गोरखपुर। धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदने की परंपरा है। लोग लक्ष्मी-गणेश के सिक्के काफी संख्या में खरीदते हैं। पहली बार इसे देखते हुए धनतेरस पर लक्ष्मी जी की तस्वीर वाले सरकारी रंगीन टोकन सिक्के जारी होने वाले हैं।
अब भारत में भी विशेष मौकों पर रंगीन सिक्के जारी हो सकेंगे। शुरुआत दो नंवबर को धनतेरस के शुभ अवसर पर कोलकाता टकसाल से हो सकती है। बिना मूल्य वर्ग के लक्ष्मी अंकित टोकन सिक्कों की ढलाई यहां जारी है। आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में इसे जारी कर स्मारक सिक्कों को अद्वितीय बनाने की तैयारी के रूप में भी देखा जा रहा है, जो मूल्य वर्ग के साथ जारी होने वाले पहले रंगीन सिक्के हो सकते हैं।
यूं तो निजी कंपनियां करीब दो वर्ष से गणेश-लक्ष्मी के रंगीन सिक्के बना रहीं हैैं, लेकिन सरकारी टकसाल से ऐसे रंगीन सिक्के पहली बार जारी होंगे। धनतेरस पर जारी होने वाला 40 मिलीमीटर व्यास और 20 ग्राम का रंगीन टोकन सिक्का 999 टंच शुद्ध चांदी का होगा। इसके एक तरफ पद्मासना महालक्ष्मी का रंगीन चित्र अंकित और दूसरी ओर भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड (एसपीएमसीआइएल) का आधिकारिक लोगो होगा। प्रयागराज कुंभ और गुरुनानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव पर जारी टोकन सिक्कों के समान इस सिक्के का भी मूल्य वर्ग नहीं होगा।
यह सिक्के प्रचलन में नहीं आएंगे
ये सिक्के प्रचलन में नहीं आएंगे, लेकिन स्मृति के तौर पर सहेजे जा सकेंगे। सिक्कों के संग्राहक सुधीर लूणावत बताते हैैं कि मां लक्ष्मी अंकित ये सिक्के भारत सरकार की तरफ से जारी होने वाले पहले रंगीन टोकन सिक्के होंगे। स्मारक सिक्कों को लोकप्रिय बनाने की दिशा में यह सरकार का बड़ा कदम है।
अन्य टकसाल भी तैयारी में जुटीं
भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड की कोलकाता टकसाल ने रंगीन सिक्कों की ढलाई के लिए जर्मनी से मशीनें मंगाई हैैं। अन्य टकसालें मुंबई और हैदराबाद भी इसी दिशा में बढ़ रही हैैं। यहां भी आजादी के अमृत महोत्सव से जुड़े स्मारक सिक्कों और चांदी के टोकन की ढलाई हो सकेगी।
बुकिंग होगी वेबसाइट पर
रंगीन सिक्के खरीदने के लिए बुकिंग कोलकाता टकसाल की वेबसाइट पर होगी। सिक्के जारी होने के बाद बुकिंग शुरू हो जाएगी। हालांकि अभी सिक्कों का मूल्य सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि इसकी कीमत दो हजार रुपये के हो सकती है।