बुलंदशहर। नर्सिंग होम में भर्ती हुए डेंगू के मरीज का पेट का ऑपरेशन कर दिया गया। उसके बाद उसकी मौत हो गयी। जबकि आपरेशन किसी और मरीज का होना था। उ.प्र.राज्य अल्पसंख्यक आयोग ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महानिदेशक को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में निर्देश दिये गये हैं कि इस पूरे घटनाक्रम की जांच के लिए विशेषज्ञों की कमेटी गठित की जाए और जांच में आये तथ्यों के आधार पर उक्त नर्सिंग होम के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल मे लायी जाए। साथ ही पीड़ित परिवार को समुचित मुआवजा दिलवाया जाए। आयोग ने रिपोर्ट अगले पन्द्रह दिनों में तलब की है। आयोग के चेयरमैन अशफाक सैफी ने दी है। उन्होंने बताया कि बुलंदशहर जिले की भूड रोड स्थित एक निजी नर्सिंग होम में थाना नरसेवा के ग्राम करियाली निवासी सैफी बुखार का इलाज करवाने के लिए अपना उपचार करवाने गये। जहां डाक्टरों ने जांच के बाद डेंगू की पुष्टि करते हुए प्लेटलेट्स कम होने की बात कही थी। पीड़ित को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। बगैर कोई कारण बताए डाक्टर द्वारा पीड़ित के पेट का आपरेशन कर दिया गया जिसके बाद पीड़ित की मौत हो गयी। जब पीड़ित के परिवार वालों ने डाक्टर से आपरेशन के बारे में पूछा तो डाक्टर द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। जब पीड़ित को बेड पर एनीस्थीसिया की डोज देकर आपरेशन कर दिया गया तभी आपरेशन कराने वाला असली मरीज पहुंच गया। नर्सिंग होम संचालक घटना के बाद से फरार चल रहे हैं।