मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से एक परिवार ने बेटी और बेटे में फर्क करने वालों के लिए मिसाल पेश की है। जहां पर पिता की मौत के बाद भाइयों ने बड़ी बहन को पगड़ी बांध कर घर का मुखिया बनाया है। दरअसल, भारत में पिता की मौत के बाद घर के मुखिया बड़े बेटे को बनया जाता है। अब बेटी और बेटे में कोई फर्क नहीं रह गया है। देश में बेटियां भी बेटे से कम नहीं है। मेरठ में एक परिवार ने पेश किया है।
जानकारी के अनुसार मेरठ जिले में एक किसान के तीन बेटे और एक बेटी है जो घर में बड़ी है। उसकी शादी जिले में एक पार्टी डीलर के साथ हुई है। पेशे से वह वकालत करती हैं। वहीं उनके पिता की लम्बी बीमारी से निधन हो गया। जिसके बाद रीति रिवाज के अनुसार उनका तेरहवीं संस्कार किया गया। उसके बाद सर्वसम्मति से बड़ी बहन को तीनों भाइयों ने पगड़ी बांध कर घर का मुखिया बनाया। इस दौरान चाचा विजेंदर पाल सिंह, जितेंद्र सिंह, फूफा निरंजन शास्त्री, ऋषिपाल मलिक, पूर्व राज्य मंत्री ओमबीर तोमर, रामपाल मांडी, जयविन्दर रावत, रणधीर शास्त्री व एसके शर्मा, अंकुश चैधरी आदि मौजूद रहे। यह विषय क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।