जसपुर। पूरे प्रदेश के साथ ही जसपुर विधानसभा क्षेत्र में भी परिवर्तन की लहर शुरू हो चली है। भाजपा या कांग्रेस का विधायक चुनती आ रही जसपुर क्षेत्र की जनता इस बार इन दोनों पार्टियों को दरकिनार कर आम आदमी पार्टी का विधायक चुनने के मूड में है। विशेषकर सिख समुदाय परिवर्तन का मन बनाए हुए है। स्पष्ट शब्दों में कहा जाए तो इस बार सिख समाज जसपुर की राजनीति में एक नई इबारत लिखने को तैयार है। यदि ऐसा हुआ तो इसका सबसे बड़ा फायदा आम आदमी पार्टी के रसूखदार नेता सरदार सूबा सिंह को मिल सकता है। सरदार सूबा सिंह आम आदमी पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हैं और वर्तमान में 62 विधानसभा क्षेत्र जसपुर से टिकट के प्रबल दावेदार भी बताए जा रहे हैं। पूर्व में पाँच गांवों के प्रधान रह चुके सरदार सूबा सिंह की राजनीतिक पकड़ का अंदाजा इसी बात से लग जा सकता है कि उनके द्वारा सबसे पहले आम आदमी पार्टी का दामन थामा गया और आज जसपुर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी नंबर वन पर है। सिख समाज में सरदार सूबा सिंह की मजबूत पैठ है। वहीं, मुस्लिम समाज के साथ ही लगभग सभी वर्ग उन्हें सम्मान जनक दृष्टि से देखते हैं। इन दिनों जसपुर विधानसभा क्षेत्र में यह चर्चा जोरों पर है कि यदि आम आदमी पार्टी सरदार सूबा सिंह को यहां से विधायक प्रत्याशी बनाती है तो निश्चित ही पार्टी का यह एक बेहतरीन निर्णय होगा। हालांकि, सरदार सूबा सिंह ने खुले तौर पर चुनाव लड़ने का कोई इरादा जाहिर नहीं किया है, लेकिन अन्य दावेदारों के मुकाबले वे सबसे मजबूत बताये जा रहे हैं। पार्टी हाईकमान यदि जसपुर सीट से उन पर दाँव खेलता है तो सौ फीसद यह सीट आम आद मी पार्टी के खाते में जाएगी, क्योंकि अब तक धर्म व जाति के नाम पर जनता को बरगलाती आ रही भाजपा व कांग्रेस से यहां की जनता का मोह भंग हो चुका है। यही वजह है कि सरदार सूबा सिंह के नेतृत्व में जसपुर में आम आदमी पार्टी का झंडा बुलंद है।