खटीमा– जिलाधिकारी उदयराज सिंह ने तहसील खटीमा के भारामल मन्दिर पहुंचकर पूजा–अर्चना की और जनपद, प्रदेश व देश को सुख, समृद्धि एवम खुशहाली की कामना की।
जिलाधिकारी ने बाबा भारामल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं तथा पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण कार्यों हेतु गहनता से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि आने वाले श्रद्धालुओं एवम पर्यटकों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो, इसलिए सभी आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी और कार्यों हेतु धन की कोई कमी नहीं होगी। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई को निर्देश दिए कि मंदिर परिसर जंगल में स्थित होने के कारण आने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों के सांयकाल में देर होने पर सुरक्षात्मक दृष्टि से रुकने के लिए धर्मशाला का निर्माण किया जाए, कच्चे तालाब को पक्का किया जाए, पानी की पर्याप्त मात्रा में टंकी लगाई जाएं, महिलाओं तथा पुरुषों के लिए एक–एक बाथरूम, पुरुषों के लिए तीन तथा महिलाओं के लिए 2 लेडीज़ टॉयलेट की व्यवस्था की जाएं, और मंदिर परिसर में इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाई जाएं।
उन्होंने पानी की टंकी, शौचालय, बाथरूम, तालाब, इंटरलॉकिंग टाइल्स, धर्मशाला निर्माण हेतु डीपीआर तैयार करने के निर्देश अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई सुशील कुमार को दिए।
जिलाधिकारी ने जमीन पर बैठकर सभी के साथ प्रसाद ग्रहण किया। महंत श्री हरि गिरी महाराज द्वारा जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया।
इसके पश्चात जिलाधिकारी ने सुखी नदी का निरीक्षण किया और विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी ली। तत्पश्चात जिलाधिकारी ने लोहियाहेड पावर हाउस स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय पहुंचकर खण्ड विकास अधिकारी से नगला में बरसात में जल भराव का कारण तथा निवारण के संबंध में शीघ्रता से रिपोर्ट जिला कार्यालय में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, उप जिलाधिकारी रविंद्र बिष्ट, एसडीओ फॉरेस्ट संचिता वर्मा, बीडीओ कुंवर सामंत सहित मंदिर के महंत श्री हरि गिरी महाराज, रमेश चंद्र जोशी ऊर्फ रामू, मनोज बाजवा, सतीश गोयल, अजय मौर्या, सतीश चंद आदि उपस्थित थे।