बेंगलुरु। छल कपट और प्रपंच से भरे इंसानों के लिए एक कुत्ता नजीर बना हुआ है। ये वो कुत्ता है जिसे बचाने के चक्कर में बाइक सवार युवक हादसे का शिकार हुआ और मौत हो गई। युवक के शव को उठाने से लेकर अंतिम संस्कार तक कुत्ता आसपास ही रहा। इसके बाद तमाम बाधाओं को पार करते हुए यह कुत्ता 8 किमी दूर मृतक के घर पहुंचा और उसकी मां के हाथ पर अपना सिर रखकर आंसू बहाता नजर आया।
खबरों के मुताबिक, शिवमोगा जिले के भद्रावती तालुका में 16 नवंबर को तीपेश नामक युवक की सिर पर गंभीर चोट लगने के कारण मौत हो गई थी। जिस कुत्ते को बचाने के चक्कर में यह हादसा हुआ, वह कुछ दिनों बाद उसके घर आ पहुंचा। रिपोर्ट के मुताबिक, वह कुत्ता तीपेश की मां के पास गया और उनके हाथ पर अपना सिर रख दिया। वहां मौजूद लोगों के मुताबिक, इसे देखकर ऐसा लग रहा था कि मानो यह कुत्ता उनके बेटे की मौत पर दुख व्यक्त कर रहा है। तीपेश की मां, यशोदम्मा ने बताया कि कुत्ते की इस हैरान करने वाली हरकत के बारे में बताया। उन्होंने कहा, ‘तीपेश के अंतिम संस्कार के बाद से ही यह कुत्ता हमारे घर के पास आने की कोशिश कर रहा था, लेकिन इलाके के दूसरे आवारा कुत्ते उसे वहां से भगा दे रहे थे। आखिरकार कुछ दिनों के बाद वह घर के अंदर आ पहुंचा और अपना सिर मेरे हाथ पर रख दिया। हमें लगा कि कुत्ता तीपेश की मौत पर दुख जताने की कोशिश कर रहा है।’ उन्होंने बताया कि वह कुत्ता अब उनके साथ ही रह रहा है।
तीपेश के एक रिश्तेदार ने बताया कि कुत्ता करीब 8 किलोमीटर तक चलकर इस घर तक पहुंचा था। उन्होंने बताया, ‘एक्सीडेंट वाली जगह यहां से करीब 8 किलोमीटर दूर है। वह कुत्ता घर तक पूरे रास्ते उस वाहन का पीछा करता रहा, जो तीपेश का शव ले जा रहा था। घर के पास अंतिम संस्कार के दौरान भी कुत्ता आसपास ही मौजूद था। तीन दिन बाद कुत्ता घर में घुस आया और तिपेश की मां के पास जाकर बैठ गया।’टिप्पेश की बहन चंदना ने बताया कि वे लोग ‘कुत्ते से नाराज नहीं हैं’। उन्होंने कहा, ‘यह एक हादसा था, जिसमें दुर्भाग्य से हमने अपना भाई खो दिया।’