-सख्त कार्यवाही की मांग को लेकर धर्मयात्रा महासंघ ने भेजा राष्ट्रपति को ज्ञापन
काशीपुर। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा पवित्र ग्रंथ श्रीराम चरित मानस का अपमान करने व उनके समर्थकों द्वारा श्रीराम चरित मानस की प्रतियां जलाये जाने से आक्रोशित हिन्दूवादी लोगों ने धर्मयात्रा महासंघ के तत्वाधान में महाराणा प्रताप चैक पर पुतला फूंकने के बाद उपजिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर मौर्य के विरु( राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अंतर्गत कार्यवाही करने की मांग की है।
ज्ञापन में कहा गया है कि श्री मौर्य जिस तरह हिन्दुओं के पवित्र गं्रथ का अपमान कर रहे हैं उससे प्रतीत होता है कि श्री मौर्य की मानसिक स्थिति विक्षिप्त हो गई है और उन्होंने एक वर्ग विशेष के वोट पाने के स्वार्थ में हिन्दू समाज की भावनाओं को ठेस पहुँचाने के लिये यह दुष्कर्म किया है। श्री मौर्य के बयान देश व धर्म विरोधी हैं। श्रीराम चरित मानस का अपमान हिन्दू तोड़ो प्लान का हिस्सा है। जिसे देश व धर्म के लिये उचित नहीं कहा जा सकता। उन्होंने कहा कि श्रीराम चरित मानस का अपमान किसी भी प्रकार सहन नहीं किया जा सकता। ज्ञापन में कहा गया कि श्री मौर्य के समर्थकों द्वारा लखनऊ में महान पवित्र ग्रंथ श्रीरामचरितमानस की प्रतियां जलाÛई गई हैं, जो निन्दनीय है। उन्होंने कहा कि श्री मौर्य के विरु( राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अंतर्गत कार्यवाही अमल में लाई जानी चाहिये। इस अवसर पर धर्मयात्रा महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री कृष्ण कुमार अग्रवाल एडवोकेट, राजकुमार यादव, डाॅ. महेश अग्निहोत्री, राजेन्द्र प्रसाद राय, क्षितिज अग्रवाल, पंकज अग्रवाल एडवोकेट, अश्विनी शर्मा, जयप्रकाश सिंह, गुरविन्दर सिंह चण्डोक, प्रशांत पंडित, आकाश काम्बोज, संजय भाटिया, योगेश विश्नोई, राजीव परनामी, राजीव अरोरा बच्चू, बंटी अग्रवाल, राजकुमार सेठी, विष्णु गोस्वामी, अनुज मेहरोत्रा, प्रकाश यादव आदि थे।