-धर्मयात्रा महासंघ ने भेजा राष्ट्रपति को ज्ञापन
काशीपुर। दिल्ली के मुख्यमंत्री का बचकाना बयान हिन्दू धार्मिक भावनाओं पर आघात है। इस प्रकार के गैर जिम्मेदराना बयान पर रोक लगाये जाने हेतु धर्मयात्रा महासंघ द्वारा राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा गया है।
उपजिलाधिकारी के माध्यम से भेजे गये ज्ञापन में धर्मयात्रा महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री कृष्ण कुमार अग्रवाल एडवोकेट ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल द्वारा भारतीय करेंसी ;नोटोंद्ध पर महात्मागांधी के चित्र के साथ माता लक्ष्मी व श्री गणेश के चित्र छापने की मांग से हिन्दू धर्मावलंबियों की धार्मिक भावनाओं पर गहरा आघात लगा है। केजरीवाल वोट के चक्कर में ढोंग रचने पर आमादा हैं। उनके द्वारा की गई मांग सनातन, हिन्दू आस्था, श्र(ा व विश्वास पर हमला है। श्रीराम मन्दिर निर्माण का विरोध करने वाले केजरीवाल भूल गये हैं कि पूरे देश में मां लक्ष्मी और भगवान श्री गणेश का हर हिन्दू अपने नित्य के जीवन में बड़ी श्र(ा, विश्वास व आस्था के साथ पूजन-वन्दन करता है और उसी के अनुरूप अपने परिवार, व्यापार स्थल, कार्यालय में उनका उचित पूजा स्थल बनाकर उन्हें स्थापित करता है। जबकि करेंसी जिस पर महात्मा गांधी का चित्र छिपा है वह हम अपनी जेब, पर्स या तिजोरी में बन्द करके रखते हैं और इन नोटों की कभी किसी दिन किसी अवसर पर पूजा अर्चना नहीं करते। माता लक्ष्मी और श्री गणेश हर हिन्दू की अपार श्र(ा व विश्वास का केन्द्र हैं जिन्हें हम कभी अपवित्र हाथों से नहीं छू सकते जबकि नोट एक ऐसी वस्तु है जिसको हाथ में लेते समय हम कभी यह नहीं देखते कि हमारा हाथ शु( है या नहीं, गन्दा है तो नहीं है, झूठा तो नहीं है, अपवित्र तो नहीं है। यानि किसी भी स्थिति में हम नोट को छू सकते हैं, जबकि माता लक्ष्मी और भगवान श्रीगणेश के साथ ऐसा नहीं है और जिस दिन इनका चित्र नोट पर छाप दिया तो इनका अपमान होने से कोई नहीं बचा सकता। ज्ञापन में कहा गया कि चुनाव के समय किसी भी व्यक्ति या राजनैतिक दल पर इस प्रकार की बचकानी एवं गैर जिम्मेदराना मांग करने पर रोक लगायी जाये ताकि किसी भी वर्ग या धर्म में विश्वास रखने वालों की भावनायें आहत न हों।