Aaj Ki Kiran

सरकारी रिकाॅर्ड में मर चुके किसान ने सीएम योगी से लगाई गुहार साहब मैं अभी जिंदा हूं

Spread the love

बस्ती। बस्ती जिले के हर्रया तहसील में पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित दर्जनों उच्च अधिकारियों को पत्र भेजकर गुहार लगाई है। पीड़ित पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि सरकारी अभिलेखों में उन्हें मरा दिखाकर जमीन दूसरे के नाम अंकित कर दी गई है। यह मामला तहसील में चर्चा का विषय बन चुका है। बता दें कि कप्तानगंज क्षेत्र के परिवारपुर निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य सतीश चंद्र सिंह पेश से एक किसान है।
तहसील के किसान मुख्यमंत्री सहित दर्जनों उच्च अधिकारियों को पत्र भेजकर गुहार लगा रहे हैं कि ‘साहब, मैं जिंदा हूं! लेकिन तहसील कर्मियों की मिलीभगत से अभिलेखों में उन्हें मृत घोषित कर उनकी जमीन दूसरे के नाम पर अंकित कर दी गई है। जीवित किसान को मृत बताकर उनकी जमीन एक अजनबी व्यक्ति के नाम अंकित कर देने का मामला सुर्खियों में है। मामला सामने आने के बाद तहसील में हड़कंप मचा हुआ है।
सपा नेता और पूर्व जिला पंचायत सदस्य को सरकारी अभिलेखों में मृत दिखाकर उनकी जमीन दूसरे के नाम करने का मामला सामने आया है। जानकारी होने पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने मामले को लेकर एसडीएम हर्रैया से शिकायत की है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य सिंह का खोभा में खेती व मकान है। सतीशचंद्र के मुताबिक 14 जुलाई को उन्होंने गन्ने का सट्टा बनवाने के लिए महराजगंज के सहज जनसेवा केंद्र से परिवारपुर गांव की खतौनी निकाली, तब पता चला कि उनके परिवारपुर गांव के खाता संख्या 68 के गाटा संख्या 198, 213, 252 में उनके हिस्से को आलोक सिंह के नाम वरासत कर दिया गया है।
खतौनी के आदेश वाले कॉलम में सतीशचंद्र की 15 मई 2020 को मौत होना दर्शाया गया है। मौत का हवाला देकर आलोक सिंह नाम के व्यक्ति को उनका पुत्र दर्शाकर जमीन की वरासत कर दी गई। इस मामले की शिकायत सतीश सिंह के पुत्र आनंद सिंह ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेटध्एसडीएम हर्रेया अमृतपाल कौर के अलावा जनसुनवाई पोर्टल भी की है। डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि मामला गंभीर है। इसकी जांच के निर्देश दिए गए हैं। मामले में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *