डिलीवरी ब्वाय ने रचा 50 लाख की चोरी का षड्यंत्र, गाजियाबाद से बुलाए बदमाश

Spread the love



इंदौर । पुलिस ने चोरों की तलाश में छापा मारा, लेकिन बदमाश जेवर और नकदी लेकर भाग गए। इंदौर के साईं संपदा अपार्टमेंट (एमआर-9) में हुई 50 लाख की चोरी में चौंकाने वाली बात सामने आई है। चोरी का षड्यंत्र फूड कंपनी के डिलीवरी ब्वाय ने रचा था। आरोपित ने चोरी के लिए गाजियाबाद से बदमाश बुलाए और रैकी कर सोना, हीरे के आभूषण और लाखों रुपये लेकर फरार हो गए। पुलिस ने तीन चोरों को चिन्हित कर ठिकानों पर छापा मारा, लेकिन तब तक वे भाग चुके थे।
प्रोटीन व नमकीन कारोबारी स्वास्तिक अग्रवाल के फ्लैट (209) में 22 मई को चोरी हुई थी। उस समय स्वास्तिक पत्नी वैष्णवी के साथ खजराना गणेश मंदिर में दर्शन करने गए थे। पुलिस ने मामले में पब्लिक स्विच टेलिफोन नेटवर्क (पीएसटीएन) डाटा और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गाजियाबाद के बदमाशों को चिन्हित कर लिया। एसआइ सुरेंद्रसिंह, सिपाही गोविंद द्विवेदी, प्रवीण सिंह ने आरोपित नसीम, मोहम्मद शरीफ व एक अन्य के घर छापा मारा, लेकिन वे फरार हो चुके थे। पुलिस ने आरोपितों की काल डिटेल रिकार्ड (सीडीआर) का विश्लेषण किया तो पता चला कि एक फूड कंपनी का डिलीवरी ब्वाय सतत संपर्क में था, जिसका मल्टी (साईं संपदा) में लगातार आना जाना था। उसने ही अग्रवाल के घर रुपये और आभूषणों की जानकारी चोरों तक पहुंचाई थी। पुलिस डिलीवरी ब्वाय की तलाश कर रही है। मामले में डीसीपी जोन-2 संपत उपाध्याय ने छापा और तकनीकी विश्लेषण के लिए दो टीमें गठित की हैं।
 बार-बार बदली नंबर प्लैट-आर्मी अफसर बन टोलनाका से गुजरे  घटना के बाद पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज निकाले। एमआर-9 (इलेक्ट्रानिक शोरूम के पास) सफेद रंग की कार दिखी जो तीन दिन से चक्कर लगा रही थी। पुलिसकर्मियों ने कडिय़ां जोड़ीं और देवास तक पहुंच गए। टोलनाका के फुटेज निकाले तो पता चला कार महाराष्ट्र (कल्याण) के नंबर से गुजरी, लेकिन बाद में उप्र (नोयडा) की नंबर प्लेट लगा ली। टोलकर्मियों ने बताया कि आरोपितों ने खुद को आर्मी अफसर बताया था। पुलिस ने आगे के फुटेज निकाले तो जानकारी फास्टैग से टोल टैक्स चुकाने की जानकारी मिली। एनएचएआइ से फास्टैग डिटेल निकाली और उस कार तक पहुंच गए जिससे टोलनाका पार हुआ था। कार फायनेंस कंपनी के यार्ड में जब्त मिली, लेकिन उससे चोरों के मोबाइल नंबर हाथ लग गए। एसआइ ने ग्राहक अधिग्रहण पत्र (कैफ) के आधार पर नसीम और शरीफ को तलाशा, लेकिन वे घरों से फरार हो गए। जानकारी मिली कि इस गैंग ने बड़वानी, भोपाल, ग्वालियर में भी चोरियां की हैं। बीते एक महीने की लोकेशन भी इन शहरों में पाई गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

hello