नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में स्कूल दोबारा खुलने लगे हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्युएचओ) की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने बच्चों पर पड़ने वाले प्रभावों से बचाव के लिए गाइडलाइन साझा की है। सौम्या स्वामीनाथन ने ट्विटर पर लिखा, स्कूलों को खोलने के दौरान सामाजिक दूरी, मास्क पहनना, हाथ साफ करना और सभी बड़ों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने इनडोर सिंगिग और सभा के आयोजन से बचने की सलाह भी दी। स्वामीनाथन ने कुछ दिनों पहले कहा था कि शिक्षकों का टीकाकरण बच्चों के बचाव का सबसे बेहतर रास्ता है, जब तक कि बच्चों के लिए वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा बालिगों, खासतौर पर शिक्षकों का टीकाकरण होना चाहिए और स्कूल तभी खोले जाएं जब सामुदायिक संक्रमण का खतरा बेहद कम हो।
सौम्या स्वामीनाथन ने कहा, मुझे उम्मीद है कि हमारे पास बच्चों के लिए कोरोना की वैक्सीन होगी, लेकिन यह इस साल नहीं होने जा रहा है। हमें स्कूल तभी खोलने चाहिए जब सामुदायिक संक्रमण का खतरा बेहद कम हो। दुनिया के बाकी देशों में भी ऐसा ही हो रहा है। सभी गाइडलाइंस का पालन कर रहे हैं। अगर शिक्षकों का टीकाकरण किया जाता है तो यह एक बड़ा कदम होगा। सौम्या स्वामीनाथन ने स्कूलों को लेकर गाइडलाइन की बात तब कही है, जब केंद्र सरकार ने संसद में आठ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में स्कूल खोले जाने या स्थानीय सरकार द्वारा स्कूलों को खोलने की योजना पर विचार के बारे में जानकारी दी है। लोकसभा में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लिखित जवाब में कहा, लक्षद्वीप, पुडुचेरी, नागालैंड, पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश ने 2 अगस्त से स्कूलों को दोबारा खोला है। वहीं 16 अगस्त से आंध्र प्रदेश में स्कूल खोले जाने की योजना है। जानकारी के मुताबिक केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप और पुडुचेरी ने सभी कक्षाओं के स्कूल खोले हैं। वहीं बाकी राज्यों ने सिर्फ 9वीं क्लास और उसके ऊपर के बच्चों के लिए स्कूल खोला है। गोवा, गुजरात, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, लद्दाख, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, ओडिशा, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल उन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश में शामिल हैं, जिन्होंने 2 अगस्त तक अपने यहां स्कूल नहीं खोला है।