मित्रता को कलंकित कर 30 लाख के जेवर और कार सहित किया किया ज्वैलर का अपहरण, शव जिंदा फूंका
जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर से मित्रता जैसे पवित्र रिश्तें को कलंकित करने वाली खबर आ रही है। शहर के एक आभूषण विक्रेता का अपहरण कर उसे जिंदा जला देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 24 वर्षीय ज्वैलर अनिल सोनी पुत्र भंवरलाल सोनी अपनी दुकान बंद करके बुधवार शाम को निकल रहा था तो उसका परिचित गंगाणा निवासी पाक विस्थापित राजू माली उसकी दुकान पर आया और उसे बहला-फुसला कर उसी की कार में बैठाकर ले गया। आधा किलो सोना 10 किलो चांदी और क्रेटा कार के साथ उसका अपहरण किया गया। बाद में अधजला शव उदयपुर जिले के सायरा जंगल में मिला। ज्वैलर का राजू माली नामक युवक ने अपहरण कर लिया। परिजन अपने बेटे की घर पर राह देख रहे थे इस दौरान अचानक उनके मोबाइल पर पाली टोल से टोल काटने का मैसेज आया तो उनके हाथ-पैर फूल गए। उन्होंने अपने बेटे को फोन लगाया तो स्विच ऑफ था।
आनन-फानन में परिजन थाने पहुंचे और अपहरण की सूचना पुलिस को दी। उन्होंने अपनी निजी गाड़ियों से पीछा किया। जब वे माउंट आबू सिरोही व सांडेराव तक गए तब उन्हें पता चला कि सांडेराव टोल नाके पर उनकी गाड़ी टोल नाके के लाइन 8 को तोड़ते हुए निकली है। परिजनों ने फिर पुलिस से संपर्क कर इस घटना की जानकारी दी। इस मामले में पुलिस को उदयपुर के सायला थाने से सूचना मिली कि एक युवक का अधजला शव मिला है। जोधपुर पुलिस ने ज्वैलर के परिजनों को घटनास्थल पर जाकर शव की तस्दीक कराई। इस मामले में पुलिस की भारी लापरवाही सामने आई है। दरअसल, पुलिस में इस मामले की रिपोर्ट गुरुवार को दोपहर 12रू29 पर दर्ज की जबकि परिजनों ने बुधवार रात को ही इस मामले में पुलिस में एफआईआर पेश कर दी थी। साथ ही देर रात तक विभिन्न टोल नाकों के सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मुहैया करा दिए थे। सीसीटीवी फुटेज में अनिल गाड़ी में जाते हुए दिखाई दिया जिस पर पुलिस ने यह मान लिया कि वह अपनी इच्छा से गया है जबकि पुलिस ने इस एंगल पर गौर नहीं किया कि उसे डरा धमका कर भी टोल पार कराया जा सकता है। पुलिस अगर इस मामले को गंभीरता से लेती और परिजनों की शिकायत को स्वीकार कर लेती तो पाली टोल नाके के बाद पाली सिरोही और सांडेराव क्षेत्र में सघन नाकेबंदी करवा कर इस युवक को बचाया जा सकता था। सबसे बड़ी बात जब मृतक का शव मिला उसे आधे घंटे पूर्व गोगुंदा पुलिस एनडीपीएस मामले में नाकेबंदी करके खड़ी थी लेकिन इस नाकेबंदी से भी राजू माली मृतक को आराम से लेकर चला गया।