जबलपुर। जिंदगी में कुछ नया और हटकर करने की चाहत तो हम सभी के अंदर होती है । इसमें भी अगर वल्र्ड रिकॉर्ड बनाने में यदि कामयाब हो जाएं तो फिर बात ही कुछ और होती है यह कहना है शासकीय विज्ञान महाविद्यालय जबलपुर के गोल्ड मेडलिस्ट छात्र व शासकीय होम साइंस कॉलेज के प्राणीशास्त्र विभाग में शिक्षण सेवा दे रहे डॉ. अर्जुन का जिन्होंने एक वर्ष में ०७ वल्र्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर विश्व कीर्तिमान स्थापित कर दिए है। मध्य प्रदेश के सामान्य ज्ञान में चर्चित नाम, इंडियन टेलीविजन व बॉलीवुड द्वारा सम्मानित डॉ. अर्जुन ने शोध व शिक्षा में इंडिया व एशिया बुक के बाद लगातार एक वर्ष में ०७ विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किये है। १७ मार्च २०२१ को सर्वाधिक सम्मान के लिए वल्र्ड बुक ऑफ रिकाड्र्स लंदन से डॉ. अर्जुन ने अपना पहला विश्व रिकॉर्ड बनाया जिसमे प्रसिद्द पाश्र्व गायक उदित नारायण एवं गीतकार समीर अंजान द्वारा सम्मानित किया गया। इसके बाद १९ जुलाई को सर्वाधिक संस्थान से सम्बद्ध हेतु दूसरा, २१ दिसंबर को वैज्ञानिक अनुसंधान जागरूकता पर सर्वाधिक कवरेज हेतु तीसरा, अपने जन्म दिन २० जनवरी को सर्वाधिक शोध पत्र-पत्रिका लेखन पर चैथा एवं ०८ फरवरी को सर्वाधिक शोध प्रस्तुतीकरण पर पांचवा वल्र्ड रिकॉर्ड बनकर हार्वर्ड लंदन में लगातार चार बार अपने नाम का परचम लहराए है त् सफर अभी थमना नहीं था रात-दिन की अटूट मेहनत से डॉ. अर्जुन ने १९ फरवरी को इंटरनेशनल वल्र्ड रिकॉर्ड बुक से छटवां एवं २१ फरवरी २०२२ को इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकाड्र्स में दर्ज कर सात विश्व रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कर लिए हैं त् डॉ. अर्जुन वन विभाग में सेवारत नर्मदा प्रसाद शुक्ला व मनोरमा के सुपुत्र है एवं शासकीय ओ.एफ.के. कॉलेज की प्राध्यापक डॉ. रीता भंडारी के निर्देशन पर डॉ. अर्जुन ने शोध शिक्षा प्राप्त की