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सालासर बाबा के विशालकाय द्वार को गिराये जाने के विरोध में धर्मयात्रा महासंघ के तत्वाधान में हिन्दूवादी संगठनों ने राजस्थान सरकार का पुतला फूंका

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 काशीपुर। राजस्थान सरकार द्वारा सि( पीठ सालासर बाबा के विशालकाय द्वार को गिराये जाने के विरोध में धर्मयात्रा महासंघ के तत्वाधान में हिन्दूवादी संगठनों ने राजस्थान सरकार का पुतला फूंका और उपजिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर राजस्थान सरकार को भंग किये जाने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया है कि 20 मार्च को राजस्थान के सुजानगढ़ नगर जिला चुरु में स्थित हिन्दू धर्मावलम्बियों की अपार श्र(ा, आस्था एवं विश्वास का सदियों पुराना केन्द्र सि(पीठ ”सालासर बाबा“ के मन्दिर का विशालकाय मुख्य द्वार जो मन्दिर की आन बान शान का प्रतीक है तथा जिसके ऊपरी भाग में भगवान श्रीराम के दरबार का स्वरूप भी बना हुआ था, को राजस्थान के मुखिया अशोक गहलोत के इशारे पर मुस्लिम समाज को प्रसन्ना करने की दृष्टि से राजकीय मशीनरी द्वारा आनन फानन में गिरा देने से देश ही नहीं अपितु विदेश में वसने वाले असंख्य हिन्दुओं की भावनाओं पर गहरा कुठाराघात हुआ है। स्थानीय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद, धर्मयात्रा महासंघ, सनातन धर्मसभा व हिन्दू राष्ट्रशक्ति आदि अनेकों अन्य धार्मिक संगठनों के हजारों रामभक्त गहलोत सरकार के इस अमानवीय कृत्य की कड़े शब्दों में घोर निन्दा की। वक्ताओं ने कहा कि श्री सालासर बाबा के दर्शन करने देश विदेश से प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्र(ालु दर्शन करने पहुँचते हैं। मन्दिर के मुख्य द्वार को अकारण ध्वस्त करवाकर हिन्दू भक्तजन का घोर अपमान अत्यंत निंदनीय व दुर्भाग्यतपूर्ण कृत्य है। उन्होंने राष्ट्रपति से मांग की है कि इस घोर कृत्य को संज्ञान में लेते हुए तथा हिन्दू धर्मावलम्बी बन्धुओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, राजस्थान की गहलोत सरकार को तुरन्त भंग किये जाये ताकि हिन्दू समाज के मन में पनपता आक्रोश शान्त हो सके। इस दौरान कृष्ण कुमार अग्रवाल, गुरविन्दर सिंह चण्डोक, राजीव परनामी, सुनील अग्रवाल, रजत कुमार, राजकुमार सेठी, अश्वनी शर्मा, पुष्कर बिष्ट, हरिओम चौहान, क्षितिज अग्रवाल, राजेन्द्र प्रसाद राय, तुषार यादव, डॉ. महेश अग्निहोत्री, एड. वीरेन्द्र चौहान, प्रशांत पंडित, अमित मित्तल, आकाश काम्बोज, विनोद मेहरोत्रा, मनोज मनराल, सुशील शर्मा, राजेन्द्र प्रसाद राय, आकाश काम्बोज आदि मौजूद थे। 

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