5 करोड़ की चरस के साथ देवर-भाभी गिरफ्तार

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भोपाल। राजधानी पुलिस की क्राइम ब्रांच को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी, जब नेपाल से तस्करी करके मुंबई ले जाई जा रही चरस भोपाल क्राइम ब्रांच ने पकड़ी। पुलिस ने चरस की तस्करी करते देवर-भाभी समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें नेपाली तस्कर, भोपाली दलाल और मुंबई के ग्राहक शामिल है।
देवर-भाभी को क्राइम ब्रांच ने उस समय हिरासत में लिया था, जब दोनों आटो में सवार होकर शाहजहानाबाद की ओर से कमलापति रेलवे स्टेशन की तरफ मुंबई की ट्रेन पकडऩे जा रहे थे। पुलिस ने उनसे पूछताछ के बाद भोपाल के दलाल और नेपाली तस्कर को भी पकड़ लिया।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शैलेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक मुखबिर से सूचना मिलने के बाद क्राइम ब्रांच ने रानी कमलापति स्टेशन की ओर जाने वाले रास्तों पर पुलिस की मदद से चेकिंग लगाई थी। जब चेकिंग में एक संदिग्ध आटो को रोका गया तो उसमें महिला और पुरुष बैठे मिले। दोनों को हिरासत में लेकर थाने लाया गया। जहां पर उनकी पहचान सोलापुर चाल कामा रोड गांव देवी डोंगरी उस्मानिया डोंगरी थाना डीएन नगर अंधेरी वेस्ट मुंबई निवासी 44 साल के शाहिद पिता अब्दुल वाहिद और 48 साल की जुलेखा पति अब्दुल कलाम सिद्दीकी के रूप में हुई। दोनों देवर और भाभी निकले। तलाशी लेने पर शाहिद के बैग से चादर में छिपाकर रखी चरस मिली। इसी तरह से महिला जुलेखा ने अपने बैग में तीन पैकेट मिले। दोनों के पास कुल मिलाकर 2.965 किग्रा चरस बरामद की गई। दोनों से पूछताछ के बाद क्राइम ब्रांच को मादक पदार्थ तस्कर बबलू उर्फ शाहिद की जानकारी लगी। पुलिस ने शाहजहानाबाद माडल ग्राउंड पहुंचकर उसे हिरासत में लिया और उसके पास से करीब 265 ग्राम जप्त किया। उसने पुलिस को बताया कि उसने यह चरस नेपाली मूल के एक तस्कर वीर बहादुर गिरी के ली थी तो पुलिस ने दबिश देकर उसे भी पकड़ा। उसके पास से 6.700 किग्रा चरस बरामद हुई। इस तरह से चारों आरोपित के पास से 9.930 किग्रा चरस जब्त की गई।
एडीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि आरोपी मूलत: कानपुर उ.प्र. व नेपाल के है जो पहले से ही एक दूसरे को जानते थे। आरोपी महिला का पति पहले मादक पदार्थ की तस्करी किया करता था। पति की मौत के बाद महिला मुंबई में रहकर देवर के साथ यह काम कर रही है। उसने भोपाल के तस्कर बबलू उर्फ शाहिद से संपर्क किया और नेपाली मूल के वीर बहादुर गिरी के साथ मिलकर नेपाल से आने वाली चरस की खेप मुंबई पहुंचाना शुरू कर दिया था। चरस को नेपाल के रास्?ते सस्ते दामो में खरीदकर मुंबई बेचकर लाखों रूपये कमा रहे थे। आरोपी वीर बहादुर गिरी कभी कानपुर तो कभी भोपाल आकर बबलू उर्फ शाहिद को चरस देकर वापस चला जाता था। बबलू लेदर के बेल्ट कानपुर से लाकर बेचने की आड़ लेकर ट्रेन से आया करता था। जबकि शाहिद और उसकी भाभी अनपढ़ है और मजदूरी करने की बात बता रही है। वीर बहादुर कारपेंटर का काम करता है। वह वर्तमान में ग्राम शिवराजपुर थाना नौतन जिला पश्चिम चंपारण बिहार में रह रहा था। वह मूल रूप से रानीघाट मोहल्ला बजरंग टाकीज के पास बार्ड न. 16 थाना बीरगंज जिला परसा मधेश प्रदेश नेपाल का रहने वाला है।
0-गिरफ्तार आरोपी: जुलेखा सिद्दीकी: उम्र 48 साल। निवासी- याकूब ड्राइवर सोलापुर चाल कामा रोड, गांव देवीडोंगरी उस्मानिया डोंगरी, थाना डीएन नगर अंधेरी वेस्ट मुंबई। अनपढ़ है। पति अब्दुल कलाम सिद्दीकी की मौत के बाद चरस की तस्करी में लग गई।
शाहिद: उम्र 44 साल। निवासी- याकूब ड्राइवर सोलापुर चाल कामा रोड, गांव देवीडोंगरी उस्मानिया डोंगरी, थाना डीएन नगर अंधेरी वेस्ट मुंबई। अनपढ़ है। भाभी जुलेखा के साथ मिलकर तस्करी करता था।
बबलू उर्फ शाहिद अली: उम्र 40 साल। निवासी- बैतूल। भोपाल में मॉडल ग्राउंड थाना शाहजहांनाबाद में रहता है। नेपाली तस्कर से इसके पास चरस की खेप पहुंचती है। इसके बाद वह आगे की सप्लाई देता है। दिखावे के लिए कानपुर से लेदर की बेल्ट लाकर बेचता है।
वीर बहादुर गिरी: उम्र 45 साल। निवासी- शिवराजपुर थाना नौतन जिला पश्चिम चंपारन, बिहार। चौथी तक पढ़ा है। कारपेंटरी का काम करता है।

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