साढे साती और ढय्या वालों को मिलेगी राहत
- भोपाल । न्याय के देवता शनि महाराज कुंभ राशि में रहते हुए 4 नवंबर से मार्गी होने जा रहे हैं। शनि महाराज 18 जून तक इसी राशि में रहते हुए वक्री होकर चल रहे थे।139 दिनों के बाद अब शनि महाराज अपनी चाल को बदल रहे हैं।
ज्योतिषियों का कहना है कि अधिकांश राशियों के लोगों के रूके काम पूरे होने की प्रबल संभावना बन गई है।
जिन जातकों के ऊपर ढैया और साढ़ेसाती का प्रभाव था, उन्हें भी अब शनि से राहत मिलेगी।कुंभ राशि में शनि महाराज का प्रवेश 30 साल बाद 17 जनवरी को हुआ था। शनी की मुख्य राशि कुंभ है। शनि महाराज 29 मार्च 2025 तक कुंभ राशि में ही रहेंगे।
कष्ट निवारण के उपाय
शनि के कष्ट से पीड़ित जातकों के लिए वृद्ध जनों और रोगियों की सेवा करने से, जरूरतमंदों को भोजन कराने, वस्त्र वितरण करने, शनिवार के दिन तिल तेल चढ़ाने, पीपल के समक्ष दीपक जलाने से शनि के कष्ट से राहत मिलती है।