2 साल बाद होगी उत्तराखंड में चलेगी कावड़ यात्रा, कांवरियों पर फूलों की बारिश भी होगी

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देहरादून । भगवान भोले के भक्तों के लिए शानदार खबर है। जानकारी के मुताबिक इस बार 2 साल के बाद कावड़ यात्रा की जाएगी। इसके लिए प्रशासन ने इजाजत दे दी है। इसकी जानकारी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दी। धामी ने कहा कि इस बार कावड़ यात्रा चलेगी। कांवड़ यात्रा भी 2 साल के बाद हो रही है। यह हम सब के लिए अवसर भी है और चुनौती भी है। सीएम धामी ने कहा कि हम लोग मिलकर कावड़ यात्रा को भव्य बनाएंगे। आपको बता दें कि 2 साल तक कांवड़ यात्रा का आयोजन नहीं हुआ था। 2020 और 2021 में कोरोना अपने चरम पर थी। यही कारण था कि कांवड़ यात्रा का आयोजन नहीं हुआ था। लेकिन इस बार कांवड़ यात्रा के आयोजन को लेकर हरी झंडी दे दी गई है, जिसके बाद तैयारियां शुरू की जा चुकी है।
उत्तराखंड सरकार कावड़ यात्रा के दौरान कांवरियों पर फूलों की बारिश भी करेगी। हालांकि इस लेकर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं हुआ है। लेकिन मंत्रियों से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री धामी ने इसको लेकर निर्देश दे दिए हैं। इसकी जानकारी मीडियाकर्मियों को धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने दी। महाराज ने बताया कि सावन में हरिद्वार में कावड़ लेने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को हेलीकॉप्टर से फूल बनाने का निर्णय लिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं होने दी जाएगी। हरिद्वार में प्रशासन कावड़ यात्रा की तैयारी में जुट गया है। इस बार कावड़ यात्रा बिना किसी बंदिशों के होगी।
लेकिन सवाल यह भी है कि उस वक्त तक कोरोना महामारी की स्थिति कैसी रहेगी क्योंकि वर्तमान में कुछ राज्यों में कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। कावड़ यात्रा के दौरान कानून व्यवस्था से लेकर श्रद्धालुओं की सुविधाओं तक का ध्यान रखा जाएगा। इस लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां शुरू की जा चुकी है। इस बार कावड़ यात्रा जुलाई महीने में शुरू होगी। कावड़ यात्रा के दौरान भारी संख्या में शिवभक्त गंगाजल लेने हरिद्वार जाते हैं। उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा से भारी संख्या में भक्त उत्तराखंड के हरिद्वार जाते हैं और वहां से जल लाते हैं। कुल मिलाकर देखें तो इस बार कावड़ यात्रा को भव्य बनाने की दिशा में उत्तराखंड सरकार लगातार काम कर रही है।

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