
एक महिला ने एक ऐसे बच्चे को जन्म दिया है जिसका पूरा शरीर प्लास्टिक से लिपटा है। बच्चे का जन्म बिहार के औरंगाबाद सदर अस्पताल में हुआ है। बच्चे का इलाज विशेष नवजात शिशु इकाई (एसएनसीयू) में किया जा रहा है। बच्चे को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर विशेष जेली लगाकर आइसोलेशन में रखा गया है।
इस रोग में बच्चे के पूरे शरीर पर प्लास्टिक की परत चढ़ जाती है। धीरे-धीरे यह परत फटने लगती है और असहनीय दर्द होता है। यदि संक्रमण बढ़ा तो उसका जीवन बचा पाना मुश्किल होता है। मेडिकल साइंस की भाषा ऐसे बच्चों को कोलेडियन बेबी कहा जाता है. बच्चे की सेहत फिलहाल ठीक बताई जा रही है.
आपको बता दें कि जन्म लेने वाले 11 लाख बच्चों में से एक कोलोडियन बेबी का जन्म होता है यह एक जेनेटिक डिसऑर्डर है। यह अपने आप में एक दुर्लभ किस्म का अजब-गजब बच्चा होता है।
इस बारे में एसएनसीयू के प्रभारी चिकित्सक का कहना हैं कि एसएनसीयू में इलाजरत यह बच्चा फिलहाल बिल्कुल स्वस्थ है और सामान्य बच्चे की तरह हर एक एक्टिविटी कर भी रहा है. मगर यह कब तक ज़िंदा रह पाएगा, ये अभी नहीं कहा जा सकता है।
प्रभारी चिकित्सक ने कोलेडियन बेबी नामक बीमारी की जानकारी देते हुए कहा कि पिता के शुक्राणु में असामान्यता की वजह से इस तरह के बच्चे का जन्म होता है. हालांकि इलाज़ से शुक्राणु की इस कमी को दूर किया जा सकता है मगर इसका इलाज़ मेडिकल कॉलेज या फिर किसी रिसर्च सेंटर में ही संभव है।