जूनागढ़ । जान पर बन आए तो बड़े बड़ों की बुद्धि काम करना बंद कर देती है, वहीं एक 10 साल का बच्चा अपनी जान बचाने के लिए अजगर भिड़ गया और उसका शिकार होने से बच गयाद्। अगर बच्चे ने पल भर का विलंब किया होता तो अजगर का शिकार हो जाता। लेकिन बच्चे की बहादुरी के आगे अजगर पस्त हो गयाद्। घटना है जूनागढ़ जिले की मालिया हाटिना तहसील के जलंधर गांव की। जलंधर गांव निवासी वरजांगभाई करमटा का 10 वर्षीय बेटा आशीष घर के निकट अपने खेत में खेल रहा था। उस वक्त वहां अचानक 14 फूट लंबा अजगर पहुंच गया। अजगर को देख पहले आशीष डर गया, लेकिन बाद में उसका प्रतीकार करने लगा। इस बीच अजगर ने आशीष का पैर अपने मुंह में जकड़ लिया। अजगर के मुंह में पैर फंसने के बावजूद आशीष ने हिम्मत नहीं हारी और उसके मुंह पर मुक्के दे दना दन शुरू कर दिये। लगातार मुक्के पड़ने से अजगर ने आशीष का पैर छोड़ दिया। पैर छूटते ही आशीष तुरंत अपने घर की ओर भागा और अपने पिता को घटना की जानकारी दी। आशीष के पिता वरजांगभाई करमटा ने तुरंत वन विभाग को इत्तला कर दी। घटनास्थल पर पहुंची वन विभाग की टीम ने 14 फूट लंबे अजगर को पिंजरे में कैद कर लिया। अजगर का प्रतिकार करने वाले आशीष को मेंदरडा के अस्पताल में भर्ती कराया गया।