काशीपुर। फैक्ट्री के स्टोर मैनेजर को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में नामजद चार अभियुक्तों में से दो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि कचनालगाजी निवासी मौहम्मद कमरुल पुत्र खलील अहमद ने कोतवाली पुलिस में तहरीर देकर कहा था कि उसका छोटा भाई फिरोज आलम उर्फ मोनू महुआखेड़ा गंज स्थित एक फैक्ट्री में स्टोर मैनेजर था। उसके साथ मनीष, सत्येन्द्र व अरविंद वर्मा भी कार्य करते थे। कमरुल के मुताबिक बीती 10 नवम्बर की रात फिरोज ने उसे बताया कि कम्पनी के 2,24,000 रूपये उस पर निकालते हुए अरविंद वर्मा उसे टाॅर्चर कर रहा है। साथ ही मनीष व सत्येन्द्र भी उसे परेशान कर रहे हैं। फिरोज का कहना था कि सत्येन्द्र व मनीष ने उसके साथ जबरन अप्राकृतिक कृत्य कर वीडियो बनाई और उसे वायरल करने की धमकी देकर पैसे ऐंठने लगे और कम्पनी के गल्ले से पैसे निकालकर धमकाने लगे। इनके द्वारा ऐसा करने से कम्पनी का पैसा कम हो गया। तहरीर में कमरुल ने कहा कि 22 नवम्बर को फिरोज घर से अचानक कहीं चला गया। काफी तलाश के बाद उसका कोई पता नहीं चला। सोमवार 20 दिसम्बर को उसका शव ढकिया गुलाबो रोड के पास कोठरी में लटका मिला। इस बीच कम्पनी कर्मचारियों द्वारा रकम के लिए दबाब बनाने पर 13 दिसम्बर को 1 लाख रूपये का चैक उन्हें दिया गया। जिसका भुगतान भी हो गया। उक्त प्रकरण में सुनील भाकुनी नामक युवक भी शामिल था। तहरीर के आधार पर पुलिस ने अरविंद शर्मा, सत्येन्द्र, मनीष व सुनील भाकुनी के खिलाफ धारा 306 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया। महिला उपनिरीक्षक रूबी मौर्या ने बताया कि नामजद अभियुक्तों में से मनीष व सत्येन्द्र को पैगा क्षेत्र से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। अन्य दोनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।