कांगड़ा । हिमाचल के कांगड़ा जिला के फेरा गांव के साथ बह रही ब्यास नदी में सेल्फी लेने के चक्कर में दो स्कूली छात्रों के डूबने की खबर सामने आई है।वहीं, एनडीआरएफ की टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।डूबने वाले छात्रों के नाम अंशुल और आयुष हैं, जो कि अपने पांच स्कूली दोस्तों के साथ ब्यास नदी पर सेल्फी लेने आए थे।इसमें से कठियाडा गांव का रहने वाला अंशुल अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है।जानकारी के मुताबिक, अंशुल और आयुष अपने पांच स्कूली दोस्तों के साथ ब्यास नदी के किनारे चट्टानों पर पार्टी करने और सेल्फी लेने आए थे।जबकि घर में आधार कार्ड अपडेट करने का बहाना लगाया था।एनडीआरएफ को अब तक छात्रों डेड बॉडी नहीं मिली है। हालांकि घटनास्थल पर कपड़े, कोल्डड्रिंक की बोतल व गिलास मिले हैं। इसके अलावा स्कूटी भी सड़क किनारे खड़ी मिली है।बताया जा रहा है कि अन्य दोस्त भी अपनी अपनी बाइक लेकर आए थे। अंशुल और आयुष गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल गरली में ग्यारहवीं कक्षा में साथ पढ़ते थे। फिलहाल नूरपुर से आई एनडीआरएफ की 16 सदस्यीय टीम, ज्वालामुखी के डीएसपी चन्द्रपाल सिंह व देहरा पुलिस सर्च ऑपरेशन में जुटी है।वहीं, पता चला है कि आए दिन कई छात्र छात्राओं को यहां सेल्फी लेते देखा गया है।जानकारी के अनुसार, अंशुल पुत्र वीरेंद्र कुमार गांव कठियाडा गरली जिला कांगड़ा का रहने वाला था, जो कि अपने माता और पिता का इकलौता बेटा था।जबकि आयुष पुत्र राजपाल गांव व डाकघर गरली में अपने मामा के घर रहता था। दोनों की उम्र भी 16 वर्ष है।बात दें कि दोनों शनिवार को सुबह स्कूटी पर सवार होकर परागपुर की तरफ गए थे, लेकिन शाम को घर नहीं पहुंचे।इन दोनों की तलाश स्थानीय लोगों द्वारा अपने तौर पर की गई। काफी मशक्कत के बाद स्कूटी देहरा के लोहर सुनहेत से चंबा पत्तन रोड़ पर फेरा गांव में ब्यास नदी के किनारे मिली।इसके बाद परिजनों को ब्यास नदी के किनारे चट्टानों के बीच रेत पर इन दोनों के कपड़े और मोबाइल मिले थे। उसके बाद इसकी सूचना देहरा पुलिस को दी। वहीं, देहरा का कार्यभार देख रहे डीएसपी ज्वालामुखी चन्द्रपाल सिंह ने जानकारी देकर बताया कि गरली स्कूल में पढ़ने वाले दो छात्र बीते कल ब्यास नदी में डूबे हैं, जिन्हें एनडीआरएफ टीम व गोताखोर ढूंढ रहे हैं।उन्होंने कहा कि पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है। फिलहाल किसी भी बच्चे की डेड बॉडी नहीं मिली है।