
काशीपुर। सूर्या फाउन्डेशन द्वारा सूर्या साधना स्थली झिंझोली में 23 फरवरी से 01 मार्च तक डेरी प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 16 राज्यों के 70 जिलों से 4 महिला एवं 92 पुरुष शिविरार्थियों की सहभागिता रही। शिविर के उदघाट्न में सूर्या फाउन्डेशन के वाईस चैयरमेन ब्रिगेडियर डीसी पन्त और केन्द्रीय गोवंश अनुसंधान संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डा. एके दास एवं डा. संजीव कुमार शर्मा उपस्थित रहे।
शिविर में राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान, करनाल केन्द्रीय गौवंश अनुसंधान संस्थान, मेरठ भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, केन्द्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान, हिसार के वरिष्ठ वैज्ञानिकों का मार्गदर्शन मिला। शिविर के प्रमुख विषयों में डेयरी हेतु पशुओं की उन्नत नस्लों का चुनाव, पशुओं के सामान्य रोग टीकाकरण एवं उपचार, पशुरोग में परम्परागत चिकित्सा प(ति, उन्नत बछड़ा एवं बछड़ी पालन, भू्रण प्रत्यारोपण तकनीक, डेरी उद्यमिता, नस्ल सुधार का महत्व एवं नन्दी चयन भैंसों की दुधारू नस्लें नस्ल संवर्धन एवं कृत्रिम गर्भाधान करते समय की सावधानियाँ दुग्ध से गौउत्पाद निर्माण एवं मूल्य संस्करण, पशुपालन में सरकारी योजनायें अनेक विषय प्रमुख थे। शिविर में गौमय, गौमूत्र द्वारा प्रेक्टिकल क्लास के माध्यम से गौआधारित उत्पाद निर्माण का प्रशिक्षण भी दिया गया। शिविर में सूर्या फाउन्डेशन के वाइस चैयरमेन मुकेश त्रिपाठी, पदमश्री कंवल सिंह, केन्द्रीय गौवंश अनुसंधान संस्थान मेरठ के निदेशक डा. उमेश कुमार सिंह उपस्थित रहे।