भोपाल। सावन में इस बार चार सोमवार होंगे। 18 जुलाई प्रथम सोमवार, दूसरा 25 जुलाई, तीसरा एक अगस्त, चैथा सोमवार आठ अगस्त। आषाढ़ शुक्ल पक्ष स्नान दान व्रत गुरु पूर्णिमा बुधवार 13 जुलाई को मनाई जाएगी। सैंकड़ा शिष्य गुरु पूजा के साथ दीक्षा लेंगे। इस दिन इंद्र योग होने से हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है। इस पूर्णिमा पर गुरु को पूजने का विधान है। गुरु पूर्णिमा के दिन आदिगुरु, महाभारत के रचयिता और चार वेदों के रचयिता महर्षि कृष्ण द्वैपायन व्यास महर्षि देवव्यास का जन्म हुआ था। सभी पुराणों के रचयिता महर्षि देवव्यास को माना जाता है। गुरु पूर्णिमा पर गुरु को पूजने की परंपरा सदियों पुरानी है। इस दिन जिसे भी आप अपना गुरु मानते हैं, उनकी पूजा की जाती है। इस दिन पीले फल, मिठाई, पीले कपड़े का दान करना उत्तम रहता है।