दौसा । राजस्थान के दौसा की बेटी डॉ.बीना मीणा नासा में साइंटिस्ट बनी हैं। सिकराय उपखंड के कोरड़ा कलां की बेटी डॉ.बीना का अमरीका के अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र नासा में वैज्ञानिक पद पर चयन हुआ है। नासा में उनके चयन के बाद उनके गांव सहित आस-पास के इलाकों में खुशी का माहौल है। डॉ. बीना कोरड़ा कंला गांव के नारायण लाल मीणा की बेटी हैं। जानकारी के मुताबिक डॉ बीना ने अमेरिका के जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी एटलांटा से 2018-22 में डिपार्टमेंट ऑफ फिजिक्स एंड एस्ट्रोनॉमी में अपनी पीएचडी पूरी की। इनके रिसर्च में फील्ड अनुसंधान क्षेत्र में सक्रिय आकाश गंगाओं के सुपरमैसिव ब्लैक होल, बहिर्वाह और घूर्णी गतिज विज्ञान शामिल था। साथ ही डॉ बीना ने हबल स्पेस टेलीस्कॉप पर अपाचे पॉइंट ऑब्जर्वेटरी और स्पेस टेलीस्कॉप इमेजिंग स्पेक्ट्रोग्राफ में दोहरी इमेजिंग स्पेक्ट्रोग्राफ (डीआईएस) से स्पेक्ट्रोस्कोपिक अवलोकन पर भी काम किया है।
डॉ. बीना सितंबर से नासा में साइंटिस्ट के रूप में अपनी सेवाएं देंगी। बताते हैं कि वे बचपन से ही सुनीता विलियम्स और कल्पना चावला की तरह अंतरिक्ष में सफर करने का सपना देखती थी जो अब हकीकत में बदलने जा रहा है। दौसा जिले के छोटे से गांव कोरडा कलां (गुमानपुरा ) के सामान्य परिवार की डॉ.बीना के पिता अब रिटायर्ड हो चुके हैं। उनकी माता शाक्षर गृहणी हैं। बीना ने दसवीं की पढ़ाई जयपुर के एक निजी स्कूल से की। फिर 12वीं की पढ़ाई झालाना में पूरी की है। बीना ने अजमेर के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशंस इंजीनियरिंग में बीटेक किया।
फिर इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट (गेट) में 96 प्रतिशत मार्क्स से उतीर्ण हुई। इसके बाद आईआईटी दिल्ली से ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑप्टिकल संचार विषय में एम्टेक किया तथा अमेरिका के जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ साइंस इन फिजिक्स विषय में पूरा किया। साथ ही अपनी पीएचडी के दौरान उन्होंने डेट में प्रथम पुरस्कार भी जीता। अटलांटा साइंस फेस्टिवल में साइंस एटीएल कम्युनिकेशन फेलोशिप और जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी से प्रोवोस्ट थीसिस फैलोशिप प्राप्त किया। डॉ. बीना के पढ़ाई के दौरान द एस्ट्रोफिकल जर्नल सहित कई प्रतिष्ठित जनरल्स में लेख भी प्रकाशित हुए है।