काशीपुर। मानव सेवा समिति के तत्वाधान में शिवनगर-कालोनी में आयोजित साप्ताहिक सदभावना-सत्संग कार्यक्रम में साध्वी स्नेहा बाई जी ने कहा कि सदगुरू कृपा के सिंधु एवं ज्ञान के दाता हैं। वे याचना करने वाले प्राणी को उसके हृदय में सत्य का व्यवहारिक बोध करा देते हैं। महात्मा धर्मादासानंद जी ने कहा, भगवान नश्वर तन को चेतन रखता है। उसे तत्व से जानने के लिए तो मानव-जीवन में गुरू धारण करना अति आवश्यक है। साध्वी मधुलता बाई जी ने कहा, सत्य एवं धर्म केवल मानने का नहीं, बल्कि जानने का अध्यात्मिक गूढ़-विषय है। धर्म कभी बदलता ही नहीँ है। धर्म को तर्क से नहीँ, ज्ञान से समझना चाहिए।कार्यक्रम में पीके शर्मा, करन सिंह, मदन सिंह, उत्तमपात्र, ज्ञानचन्द्र ममगई, डॉ.राजकुमार, मंगतराम, दलपत सिंह, होरीलाल, शोभा शर्मा, लक्ष्मीदेवी, रचनादेवी,कृकृष्णादेवी, रेनू शर्मा, माया पाल, रामहरि देवी, चन्द्रागिरि, जयवती देवी आदि शामिल थे।