काशीपुर ।एनडीए घटक दल निषाद पार्टी उत्तराखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष गिरीश चैतन्य यादव ने.केन्द्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि भाजपा सरकार संविधान में लिखे मजवार समुदाय आरक्षण को जल्द से जल्द लागू करे। काशीपुर मीडिया सेंटर में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि पूरे देश में निषाद समुदाय बड़ी तादाद में रहता है। उसी क्रम में उत्तराखण्ड की मैदानी जनपदों की 42 सीटों पर 18 से 30 हजार की आबादी वाला राज्य है। निषाद समुदाय की उपजातियों में मल्लाह, केवट, विंद, कश्यप, साहनी, माझी,मझवार, गोडिया, तुरेंहा, वेलदार, प्रजापति प्रमुख हैं। गठबंधन के समय भाजपा ने इन जातियों को अनुसूचित जातियों में रखने का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं किया गया, जबकि संविधान में मझवार आरक्षण में इन जातियों को अनुसूचित जातियों में सूचीबद्ध किया गया है। आरक्षण न मिलने के कारण कश्यप निषाद समाज में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि यदि केन्द्र सरकार का यही सौतेला रवैया रहा तो 2022 के चुनाव में भाजपा को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जानबूझकर स्वर्ण जाति के लोगों ने हमें शिक्षा से वंचित रखा ताकि यह 18 प्रतिशत लोग अगर शिक्षित हो गये तो अपने हक की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि तालाब व मत्स्य विभाग अन्य समाज को दिया जाना, हमारा हक मारने जैसा है। सरकारी नौकरियों में मैदानी लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। प्रेस वार्ता के दौरान नूतन प्रसाद एडवोकेट, नारायण सिंह, जमील अहमद मंसूरी, गौरव कुमार कश्यप, रमेश कश्यप, स. लखवंत सिंह, भगवान दास आदि मौजूद थे।