सच्चाई को उजागर करती पत्रकारिता समाज का दर्पण है जो जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाती है : मुख्यमंत्री

हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि एनयूजे-आई (नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट-इंडिया) का राष्ट्रीय अधिवेशन लोकतंत्र के सशक्त प्रहरियों का महासंगम है। पत्रकारिता का दायरा पहले से और भी बढ़ा है, लेकिन आज के दौर में मीडिया के सामने कई चुनौतियां भी हैं। सच्चाई को उजागर करती पत्रकारिता समाज का दर्पण है। जो जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाती है और व्यवस्था को जवाबदेही बनाती है। निष्पक्ष पत्रकारिता लोकतंत्र की आत्मा है और इसे बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि देवभूमि से उठी चर्चा पूरे देश में सार्थक परिवर्तन लाने का कार्य करेगी। पत्रकारों का योगदान समाज और राष्ट्र के निर्माण में अमूल्य है। यह बातें उन्होंने एनयूजेआई के राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान वर्चुअल सम्बोधन में कहीं। हरिद्वार के प्रेमनगर आश्रम में आयोजित नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट-इंडिया के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन विशिष्ट मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि एनयूजे-आई देश के सक्रिय श्रमजीवी पत्रकारों की संस्था है। आजादी से पूर्व एवं वर्तमान में भले ही पत्रकारिता का स्वरूप बदला है, परन्तु देश की मीडिया ने चतुर्थ स्तम्भ की अपनी भूमिका का हमेशा जिम्मेदारी से निर्वहन किया है। उत्तराखंड की डबल इंजन सरकार ने पत्रकारों की पेंशन एवं लघु मझोले समाचार पत्रों को मजबूत बनाने के लिये कार्य किया है। हम अपने प्रदेश में पत्रकारों को पेंशन दे रहे हैं। साथ ही पत्रकारों के आकस्मिक निधन पर भी उनके परिवारों को सहायता आदि प्रदान की जा रही है। एनयूजे-आई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने सरकार से प्रदेश में यूसीसी की तर्ज पर पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने एवं फेक न्यूज पर प्रतिबंध लगाने के लिए ठोस कार्रवाई की मांग की। उन्होंने लघु एवं मझौले समाचार पत्रों के लिए भी विशेष आर्थिक पैकेज जारी करने की मांग की। राष्ट्रीय महामंत्री प्रदीप तिवारी ने पत्रकार सुरक्षा कानून, मीडिया काउंसिल, पत्रकार पेंशन योजना जैसे कई मुद्दे केबिनेट मंत्री के समक्ष उठाए। इस मौके पर मुख्य संरक्षक संजय तलवार, राष्ट्रीय सचिव कैलाश चन्द्र जोशी, प्रदेश महासचिव डॉ. नवीन जोशी, मुख्य संयोजक एवं हरिद्वार जिलाध्यक्ष आदेश त्यागी, संयोजक धर्मेंन्द्र चैधरी, डॉ. शिवा अग्रवाल, भगवान सिंह गंगोला, राहुल वर्मा, दिनेश जोशी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवा, रणेश राणा, विमलेश शर्मा, राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रमोद गोस्वामी, दधिबल यादव, पूर्व रा. उपाध्यक्ष ब्रह्मदत्त शर्मा, प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य प्रसन्ना मोहंती आदि शामिल रहे।