संकल्प से सृष्टि बनती है सृष्टि से संकल्प नहींः शिवानी दीदी

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संकल्प से सृष्टि बनती है सृष्टि से संकल्प नहींः शिवानी दीदी
देहरादून। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के देहरादून सेवा केंद्र द्वारा ‘‘जीवन की चुनौतियों का समाधान’’ विषय पर ’अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वक्ता राजयोगिनी शिवानी के द्वारा प्रेरणादाई उद्बोधन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी, राजयोगिनी मीना दीदी एवं विधायक सविता कपूर, डा. रेनू सिंह, निदेशिका फाॅरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट, सुनील उनियाल गामा, इंदर सिंह, अनीता, संगीता, सार्थक वोहरा द्वारा दीप प्रजवल्लन के द्वारा किया गया। आज का यह कार्यक्रम देहरादून वासियों के लिए एक बहुत ही अविस्मरणीय संयोग के रूप में याद रहेगा। शिवानी दीदी ने कहा कि आज जीवन में आने वाली परिस्थितियों से हम किस प्रकार अपनी श्रेष्ठ सोच के द्वारा उनका सामना कर समाधान कर सकते हैं, इस विषय पर उन्होंने अपनी सरल और मधुर वाणी से हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु को मंत्र मुग्ध कर दिया। बन्नू इंटर काॅलेज, रेसकोर्स, देहरादून में आयोजित आज की इस भव्य सभा में आए हुए सभी दर्शक शिवानी दीदी की बहुत ही सरल, एवं मधुर वाणी को लगभग 3 घंटे तक एक टिक होकर सुनते रहे, सभा में छाया सन्नाटा ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो आज तो मां सरस्वती ही धरती पर आकर ज्ञान की वर्षा कर रही हो। शिवानी दीदी ने कहा की परिस्थितियां एक अंधेरे के समान हैं उस अंधेरे को दूर वो दिया नही करेगा, वो दिया हमे खुद को बनना होगा, हमें लेने वाला नही देने वाला बनना होगा तभी हम देव संस्कृति को प्रत्यक्ष कर सकेंगे। उन्होंने आगे कहा कि संकल्प से सृष्टि बनती है सृष्टि से संकल्प नहीं, इसलिए हमें पहले अपने अंदर स्वर्ग लाना है, फिर अपने घर में, फिर समाज में, फिर संसार स्वर्ग बन जायेगा। कोई परिस्थिति हमे बाहर से परेशान कर सकती है, नुकसान पहुंचा सकती है लेकिन मेरे मन के अंदर कोई नही घुस सकता, अर्थात मेरे मन को कोई डिस्टर्ब नहीं कर सकता, अर्थात मेरी खुशी मेरे हाथ में है, मुझे अपने मन का मालिक बन कर रहना है, इसका रिमोट अपने हाथ में रखना है। आज जो भी हमारे साथ हो रहा है वो मेरे ही कर्म का फल है अतः आज जो वर्तमान मेरे हाथ में है उसे श्रेष्ठ रीति से बिताना है, भविष्य अपने आप अच्छा हो जाएगा, जिसने आज तक मेरे साथ कुछ भी गलत किया उसे मन ही मन क्षमा करें और उससे मन हीं मन क्षमा मांगे क्योंकि मेने भी कभी उसके साथ कुछ गलत किया था। दुआएं देते जाए, देते जाए तो सब अच्छा अच्छा होता जायेगा। कार्यक्रम में कुमारी परी ने स्वागत नृत्य से सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम में शहर के गणमान्य लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। जिसमें विशेष रूप से रितिका राठौर, अनिल राठोर, डा. विशाल शर्मा और आशा नौटियाल आदि उपस्थित रहे।

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