
अनिल शर्मा
ठाकुरद्वारा ( मुरादाबाद )
नहनूवाला गांव में चल रही नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा में कथावाचक उपनेश कुमार ने श्री कृष्ण जन्मोत्सव का मनोहर ढंग से वर्णन किया I कथा सुन श्रद्धालु भाव विभोर हो गए ।
कथावाचक ने देवकी विवाह से लेकर श्री कृष्ण जन्म का प्रशांत सुनाते हुए कहा कि राजा कसं की चचेरी बहन देवकी का विवाह वासुदेव के साथ होता है |जिस समय राजा कंस अपनी बहन को विदा करता है उसी समय आकाशवाणी होती है कि जिस बहन को तो खुशी से विदा कर रहा है उसी की संतान तेरा काल होगी । क्रोधित कंस अपनी बहन की हत्या करने के लिए तलवार निकाल लेता है इसी दौरान वासुदेव तलवार को रोककर वचन देते हैं कि देवकी के होने वाली प्रति संतान आप के हवाले कर देंगा Iकंस देवकी और वासुदेव को कारागार में डाल देते हैं |होने वाली संतानों की हत्या कर देते है Iयह देख विष्णु भगवान कंस के अत्याचारों से मुक्त कराने के लिए अपनी माया रचते है | इसकी के होने वाली आठवीं संतान होने से पूर्व कारागार के बाहर खड़ी पहरेदार बेहोश हो जाते हैं I दौरान घनघोर वर्षा शुरुआती और देवकी के कृष्ण का जन्म होता है | भगवान विष्णु द्वारा रचित माया के तहत वासुदेव रातों-रात बंदर श्री कृष्ण को जमुना नदी पारकर रातो रात बाबा नंद यशोदा की गोद मे यशोदा के कहां जन्मी कन्या को रातो रात मथुरा में देवकी की गोद में पहुंचा देते हैं ।सवेरे होने पर कंस कन्या का वधकरने के लिए तलवार म्यान से निकालता है उसी दौरान कन्या आसमान में उछल जाती है और आकाशवाणी करती है एक कल से तेरे मारने वाला वृंदावन में पैदा हो चुका है Iउधर यशोदा के सत्ता उत्पन्न होने पर वृंदावन वासी खुशी में झूमने लगते हैं |कार्यक्रम में अशोक कुमार, राम सिंह यादव, राघवेंद्र सिंह चौहान, नरेश सिंह चौहान, महेंद्र सिंह,विमला देवी कमला देवी सविता देवी आदि मौजूद रहे ।