ठाकुरद्वारा। कोतवाली क्षेत्र के गांव शेरपुर पट्टी चल रही श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन कथा वाचक आचार्य सर्वेश्वर महाराज ने श्री भगवान राम के चरित्र का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा कि पिता राजा दशरथ के आदेश पर उन्होंने 14 वर्ष वनों में विचरण कर पिता की आज्ञा का पालन किया । प्रवचन के दौरान प्रांगण में बैठे नौजवान युवको को श्री राम के पद चिन्हों पर चलकर सीख लेनी चाहिए । अर्थात रामचरित्र मानस में स्पष्ट लिखा है ,कि श्री राम का नाम लेने मात्र से मनुष्य का उद्धार हो जाता है I श्रीमद् भागवत कथा सुनने मात्र से मनुष्य के अंदर भक्ति भावना जागृत होने लगती है। प्रवचन के दौरान भक्त प्रहलाद के चरित्र और नरसिंग भगवान व हृणयाकश्यप का उद्धार किया ।भगवान शिव ने प्रहलाद के कारण नरसिंग रूप धारण किया । बीच-बीच में धार्मिक भजन सुनाकर कथावाचक श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया ।
कथा में महेन्द्र शर्मा ,महेश ,आशू ,ओमराज ,विशाल ,सुनीता ,सविता ,गीता , हनी ,मालती ,सुनील आदि उपस्थित रहे ।