वसुधैव कुटुम्बकम् ने कराया एक और नेत्रदान

काशीपुर। गिरिताल कॉलोनी निवासी पोशाकी लाल के देहावसान के पश्चात उनके पुत्र एडवोकेट संजीव कुमार आकाश व पौत्र आर्यन ने नेत्रदान की सहमति प्रदान कर एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। पोशाकी लाल जी की मृत्यु के बाद भी अब उनकी आंखें दुनिया देखती रहेगीं। उनके नेत्रदान से दो नेत्रहीनों के नेत्र प्रकाशित होंगे और उनके प्रिय जन उनकी स्मृति को अमरत्व प्रदान करेंगे। वसुधैव कुटुम्बकम के दायित्वधारियों की देखरेख में मुरादाबाद आई/नेत्र विभाग की टीम ने कागजी औपचारिकता पूरी कर ब्रह्मलीन पोशाकी लाल जी के शरीर से दान की गई आंखें ;कॉर्नियाद्ध प्राप्त कीं। वसुधैव कुटुम्बकम् के नेत्रदान प्रकल्प संयोजक सीए सचिन कुमार अग्रवाल ने बताया कि वसुधैव कुटुम्बकम् क्षेत्र के लोगों में नेत्रदान हेतु जागृति लाने के लिए प्रयासरत है।