हलद्वानी। सैकड़ों परिवारों के नाम ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत राशन कार्डों से गायब कर दिए गए हैं। इन परिवारों को सरकार द्वारा घोषित निशुल्क गेहूं, चावल भी नहीं मिल पा रहा है। मायूस होकर जनता जनप्रतिनिधियों के चक्कर काट रही है, लेकिन जनप्रतिनिधि भी अपने आप को असहाय बता रहे हैं। लोगों का कहना है कि राशन कार्डों में हुई गड़बड़ी की जांच होनी चाहिए। साथ ही जिन लोगों के राशन कार्डों से नाम हटाए गए हैं। उन्हें जोड़ने के लिए नगरपालिका कार्यालय में शिविर का आयोजन होना चाहिए ताकि लोग आसानी से अपने नाम जुड़वा सकें। राशन कार्ड ऑनलाइन होने के चलते कई लोगों के सामने परेशानी आ खड़ी हुई है। सैकड़ों परिवार ऐसे हैं जिनके नाम पूरी तरह से राशन कार्ड से हटा दिए गए हैं इसके चलते उन्हें गेहूं, चावल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है कुछ कार्ड धारक ऐसे हैं जिनके कुछ सदस्यों के नाम हटाए गए हैं तो कुछ के बाकी हैं कुछ मामलों में मात्र मुख्य कार्ड धारक का नाम ही बाकी है। शेष परिवार के नाम राशन कार्ड से हटाए गए हैं। यह लोग राशन की दुकानों पर जमा भीड़ में राशन देने के लिए पहुंचते हैं अपनी बारी आने पर जब यह राशन कार्ड दुकानदार को पेश करते हैं तो पता चलता है कि केवल एक व्यक्ति का नाम ऑनलाइन दर्शाया गया है। राशन कार्ड में दर्ज बाकी नाम कैसे कटे इसके बारे में दुकानदार को भी कोई जानकारी नहीं है। सैकड़ों की संख्या में ऐसे कार्ड धारक मौजूद हैं जनके सामने यह समस्या है प्रधानमंत्री द्वारा कोविड-19 के दौरान गरीबों को निशुल्क गेहूं चावल उपलब्ध कराने की घोषणा की गई है। लेकिन हजारों लोगों के राशन कार्ड से नाम हट जाने से गरीब परिवारों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। नगर में सरकारी सस्ते गल्ले की कुल सात दुकानें हैं इन सात दुकानों पर सैकड़ों परिवार ऐसे हैं जिनके राशन कार्डों से परिवार के सदस्यों के नाम हटा दिए गए हैं जो कि मायूस होकर दुकानों से लौटते हैं तथा जनप्रतिनिधियों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन जनप्रतिनिधि भी उन्हें कोरे आश्वासन ही दे रहे हैं। इस संबंध में राशन की दुकान संचालित करने वाले खुशनसीब अंसारी, राकेश गोयल, जाहिद हसन, शोभित गुप्ता, मोहम्मद रफी, सुभाष सिंघल, राशिद अंसारी का कहना है ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से कार्ड धारकों को खाद्यान्न का वितरण किया जा रहा है। जिन कार्ड धारकों के कार्ड ऑनलाइन नहीं हैं उनको वह खाद्यान्न उपलब्ध नहीं करा सकते इसके लिए राशन कार्ड धारक को अपने प्रपत्र लेकर रुड़की कार्यालय जाना होगा। क्षेत्र की जनता की समस्या को देखते हुए आपूर्ति विभाग को नगर पालिका कार्यालय में शिविर का आयोजन करना चाहिए ताकि लोग अपने राशन कार्ड आनलाईन चढवा सकें।