रामनगर : आगामी विधानसभा चुनाव जीतने की कवायद में जुटे कांग्रेस नेताओं की गुटबाजी का असर हरीश रावत की पदयात्रा पर भी दिखा। कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रणजीत रावत व उनकी टीम ने इस बार भी पदयात्रा से दूरी बनाए रखी। शुक्रवार को रानीखेत रोड होते हुए कांग्रेस कार्यालय के बगल से हरदा का कारवां गुजरा। इस दौरान कार्यालय के भीतर से ही कुछ लोग हरदा का कारवां को देखते रहे। माना जा रहा है कि यदि इसी तरह कांग्रेस में गुटबाजी हावी रही तो रामनगर में भाजपा को आगामी चुनाव में दोबारा संजीवनी मिलना तय है।
रणजीत रावत लंबे समय से रामनगर विधानसभा सीट से ताल ठोकने के लिए डटे हुए हैं। वहीं, हरदा ने भी अब इस सीट पर पूरा फोकस कर दिया है। महंगाई के खिलाफ प्रदेश की छह मंडियों में निकाली जाने वाली इस पदयात्रा की शुरुआत के लिए उन्होंने रामनगर को ही चुना। इतना ही नहीं, आने वाले दिनों में भी कांग्रेस की राजनीतिक हलचल का फोकस भी रामनगर में ही रहने वाला है। रावत ने अपने संबोधन में कहा कि वह फिर रामनगर आएंगे। कहा, चुनाव से पहले यहां भाजपा सरकार के खिलाफ विशाल रैली निकाली जाएगी, जिसमें पार्टी के बड़े नेता मौजूद रहेंगे। उस रैली के जरिये परिवर्तन का आह्वान किया जाएगा। पूर्व में भी हरदा कह चुके हैं कि वह रामनगर को किसी भी सूरत में छोडऩे वाले नहीं हैं।