-सरकार ने 30 नवंबर तक हिमाचल को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा
शिमला। हिमाचल प्रदेश में करीब साठ फीसदी आबादी को कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लग गए हैं। आलम यह है कि सरकार की ओर से 30 नवंबर तक सूबे को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग भी इस काम में जुटा है। जिला लाहौल-स्पीति में वैक्सीनेशन की ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिन्हें देखकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी स्वास्थ्य कर्मियों की तारीफ की है। दरअसल, वैक्सीनेशन टारगेट को पूरा करन के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट के कर्मी देर रात माइनस 4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान में भी टॉर्च और मोबाइल की रोशनी में लोगों को कोरोना वैक्सीन लगा रहे हैं। खून जमा देने वाली सर्दी में भी स्वास्थ्य कर्मियों का हौसला कम नहीं हुआ है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कू के जरिए कुछ तस्वीरें शेयर की हैं, जिसमें स्वास्थ्य कर्मियों को अंधेरे में भी टॉर्च की रोशनी में टीकाकरण करते हुए देखा जा सकता है। इसे शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, “माना कि अंधेरा घना है लेकिन दीया जलाना कहां मना है। हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में शाम के अंधेरे में भी टीकाकरण करते इन स्वास्थ्य कर्मियों पर मुझे गर्व है।” स्वास्थ्य विभाग की वैक्सीनेशन की इस टीम में पीएचसी जाहलमा में तैनात डॉ। गौरव राणा, पीएचसी फूड़ा में तैनात महिला स्वास्थ्य कर्मी आशा, क्षेत्रीय अस्पताल केलांग में तैनात डाटा एंट्री ऑपरेटर पूनम देवी और गीता देवी शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, स्वास्थ्य कर्मचारी केलांग अस्पताल से सुबह वैक्सीन लगाने के लिए निकल जाते हैं और देर रात तक टीका लगाने का अभियान जारी रखते हैं। ये कर्मचारी लाहौल की मयाड़ घाटी के सबसे दुर्गम गांव खंजर में भी वैक्सीन लगाने के लिए पहुंचे, जहां माइनस 13 न्यूनतम तापमान चल रहा है और सड़क नहीं हैं। पैदल घर-घर पहुंचकर लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, लाहौल-स्पीति जिले में अब तक 22 हजार 292 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है और 3 दिसंबर तक कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज का 100 फीसदी लक्ष्य पूरा करने के लिए स्वास्थ्य महकमा दिन-रात जुटा हुआ है। 4 दिसंबर को इस उपलक्ष्य में मंडी में एक समारोह भी आयोजित किया जाएगा।