राज्यपाल ने किया सातवें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग

देहरादून। कुलाधिपति/राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ;से निद्ध ने सोमवार को स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय, जौलीग्रांट, देहरादून के सातवें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को उपाधियाँ प्रदान कर उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। दीक्षांत समारोह में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। पदक पाने वालों में अधिकांश संख्या बालिकाओं की होने पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की और इसे नारी सशक्तीकरण का प्रतीक बताया। राज्यपाल ने कहा कि यह एक बहुत बड़ा परिवर्तन है, जो दर्शाता है कि बेटियां आज हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा और क्षमता का परचम लहरा रही हैं। महिलाएं राष्ट्र निर्माण में अपनी सशक्त भूमिका निभाकर, प्रगति और विकास की राह में सबसे आगे खड़ी हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि मानवता की सेवा करना हर इंसान का कर्त्तव्य है। आपकी शिक्षा केवल नौकरी पाने तक सीमित नहीं है, यह समाज की सेवा करने का एक सशक्त माध्यम भी है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से आह्वान करते हुए कहा कि आप चाहे किसी भी क्षेत्र में काम करें, अपनी जड़ों को न भूलें। उन्होंने कहा कि यह समय हमारे देश के युवाओं के लिए अपार संभावनाओं का है। आपके सामने चुनौतियां हैं, लेकिन साथ ही अनेक अवसर भी हैं। राज्यपाल ने कहा कि आज भारत विज्ञान, तकनीक, चिकित्सा और कई अन्य क्षेत्रों में वैश्विक स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित कर रहा है। इस गौरवशाली यात्रा में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका आप जैसे युवाओं की होगी, जो इन क्षेत्रों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर राष्ट्र के विकास में अपना अमूल्य योगदान देने को तत्पर हैं। चिकित्सा के क्षेत्र में आप तकनीक के सही उपयोग से न केवल अपने भविष्य को बेहतर बना सकते हैं बल्कि मानवता की सेवा करते हुए, देश की प्रगति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। राज्यपाल ने नई तकनीकों के प्रयोग पर बल देते हुए कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ;एआईद्ध, डेटा साइंस, रोबोटिक्स जैसी नई तकनीकों का ज्ञान युवाओं के लिए अत्यंत आवश्यक है। इन तकनीकों को अपनाने से नौकरियों और उद्योगों के नए अवसर तेजी से विकसित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें इन नई तकनीकों को अपने जीवन में आत्मसात कर अपने कौशल और क्षमताओं को और सशक्त करना चाहिए। इस अवसर पर सचिव उच्च शिक्षा डा. रंजीत कुमार सिन्हा, स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डा. विजय धस्माना, विश्वविद्यालय के कुलपति डा. राजेंद्र डोभाल सहित सभी प्राचार्यगण, संकाय अध्यक्ष, विद्यार्थी एवं अभिभावक गण उपस्थित रहे।