मेयर बाली के प्रयासों के चलते अब होगा काशीपुर की जल भराव की समस्या का समाधान

काशीपुर। महापौर दीपक बाली ने नगर में जल भराव की समस्या को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ मिलकर होने वाले समाधान का प्रजेंटेशन किया और नगर निगम सभागार में आहूत बैठक में विभिन्न सामाजिक संगठनों पार्षदों एवं नगर वासियों के सुझाव लिए। महापौर श्री बाली ने विभागीय अधिकारियों के साथ स्टेशन रोड का स्थलीय निरीक्षण भी किया।
उल्लेखनीय है कि जल भराव की समस्या काशीपुर की सबसे बड़ी समस्या है जिसके समाधान के लिए महापौर दीपक बाली ने चुनाव से पूर्व ही वायदा किया था कि वह इस समस्या का अवश्य निदान कराएगें। इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी काशीपुर पर काफी दरिया दिली दिखाई और जलभराव की समस्या के निदान हेतु जिन-चार शहरों के लिए कार्य योजना बनाई गई उन्होंने काशीपुर का नाम भी इसमे शामिल करा दिया। अब काशीपुर के पूरे ही क्षेत्र के सभी वार्डों के जल भराव की ड्रेनेज सिस्टम कार्य योजना तैयार की गई है। इस संबंध में आज नगर निगम सभागार में शहर के सामाजिक संगठनों गणमान्य एवं आमजन की एक बैठक बुलाई गई थी ताकि सभी प्रेजेंटेशन को देखकर अपने-अपने सुझाव दे सके और प्रेजेंटेशन में जो क्षेत्र रह गए हो उनका नाम शामिल किया जा सके। प्रेजेंटेशन बीके एस इंफ्रा टच कंपनी के एम एम डॉक्टर सुभाष प्रसाद राय हाइड्रोलॉजिस्ट द्वारा प्रस्तुत किया गया। उन्होंने बताया कि यदि शहर के पानी को नदियों में डाल दिया जाए तो कोई समस्या नहीं होगी लेकिन समस्या इसलिए उत्पन्न हुई की शहर के नालो से पानी को नहरों में डाल दिया गया। उन्होंने कहा कि अगले 50 वर्ष तक जलभराव की समस्या न हो यह मानकर कार्य योजना तैयार की गई है। महापौर दीपक बाली ने कहा कि सभी वार्डाे में जल भराव की समस्या का निदान कराया जाएगा और हर वार्ड में एक मास्टर नाला बनाया जाएगा। बैठक में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता अजय जॉन, मुख्य नगर आयुक्त सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता वीके चंद्र पाणी, अपर सहायक अभियंता राजू कुमार, अवर अभियंता अजय चौहान, विकास शर्मा तथा विभिन्न पार्षद, राजीव घई, मुक्ता सिंह, संजय भाटिया, संजय चतुर्वेदी डॉ. यशपाल रावत, ईश्वर चंद्र गुप्ता, मुकेश चावला, सतविंदर सिंह, ,लवीश अरोरा, राहुल पैगिया चौधरी समरपाल सिंह, राशिद फारूकी, राजीव परनामी सहित दर्जनों लोगों ने भाग लिया। महापौर श्री बाली ने नगर वासियों से अनुरोध किया है कि जलभराव की समस्या के बारे में जिस किसी को भी अपने सुझाव देने हो वह दो-चार दिन में नगर निगम में अपने सुझाव उपलब्ध करा सकते हैं।