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मामा ने ही रची थी भांजे के अपहरण ओर हत्या की साजिश

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भोपाल। रातीबड़ थाना इलाके में एक बैंक कर्मचारी को किडनैप कर एक करोड़ की फिरौती मांगने ओर मारपीट कर अधमरी हालत मे जंगल मे फैंकने के सनसनीखेज मामले का पुलिस ने राजफाश करते हुए आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया है। फरियादी बैक कर्मचारी के अपहरण का मास्टर मांइड कोई और नहीं उसका मामा ही निकला जिसने अपने दो साथियो के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। रकम न मिलने पर पहचान उजागर होने के डर से आरोपियो ने फरियादी की हत्या की कोशिश की ओर उसे मरा समझकर अधमरी हालत मे जंगल मे फैंककर भाग गये। जानकारी के मुताबिक कटारा हिल्स इलाके में रहने वाला 30 वर्षीय राहुल राय एमपी नगर के एक निजी बैंक में काम करता है। उसके पिता भी बैंक में नौकरी करते थे। शुक्रवार दोपहर के समय राहुल को डायल-100 टीम ने राहगीरों से मिली सूचना पर रातीबड़ इलाके में जंगल से खून में लथपथ हालत बरामद किया था, उसे उपचार के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत बेहतर होने पर पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने बताया की तीन लोगों ने जर्बदस्ती उसे अगवा कर कार में बिठाकर ले गए थे, ओर उससे रूपये की मांग रहे थे। आरोपियो ने उसकी मां को भी फोन कर फिरौती मांगी। पुलिस ने पड़ताल शुरु की ओर हाथ लगे सुरागो के आधार पर राहुल राय के अपहरण के आरोप में उसके सगे मामा अनुपम दास ओर उसके साथियो हंसराज वर्मा, आदित्य चैरसिया को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार पूछताछ मे खुलासा हुआ की आरोपी मामा अनुपमदास और हंसराज पूर्व में प्रॉपर्टी डीलिंग का धंधा करते थे। दोनों को कारोबार मे काफी घाटा हो गया ओर उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई। हंसराज ने अनुपमदास को अपनी खराब माली हालत बताते हुए पैसौ की मदद मागी। अनुपम ने उसे बताया कि उसके जीजा बैंक में नौकरी करते थे, उनका देहांत हो गया है। ओर उसका भांजा राहुल बैंक मे नौकरी करता है। उसकी बहन के पास काफी पैसा है। उसके भांजे के नाम पर डेढ़ करोड़ की एफडी है। इसके बाद मामा अनुपम दास ने हंसराज से राहुल राय को किडनैप कर एक करोड़ की फिरौती वसूलने की बात कही। हंसराज ने अपने अन्य साथी आदित्य को 50 हजार रुपए में हायर किया। हंसराज ओर आदित्य दोनों निजी अस्पताल में नौकरी करते हैं। बीते दिन रोज की तरह राहुल बैंक गया, वही अपने प्लान के मुताबिक दोपहर के समय हंसराज और आदित्य अपनी कार से राहुल के बैंक पहुंचे। हंसराज ने राहुल को बैंक ऑफ इंडिया रातीबड़ शाखा में लोन सेशंन न होने की बात कहते हुए अपने साथ चलने को कहा। राहुल मामा के दोस्त होने के कारण उसे जानता था। आरोपी उसे कार से रातीबड़ इलाके मे लेकर पहुंचे, ओर रातीबड़ थाने से थोड़ा आगे जाने पर आदित्य ने राहुल के सिर पर लोहे की रॉड से वार कर रस्सी से उसका गला कस दिया। दोनों उसे मरा समझकर ताजमहल टप्पर नाम की एक जगाह पर छोड़कर फरार हो गए। इसके बाद राहुल के मोबाइल से आरोपियो ने उनकी मां को फोन कर दो घंटे मे एक करोड़ रुपए देने की बात कही। वहीं फिरौती की रकम न देने पर राहुल को मारने की धमकी दी। हालांकि पैसो की व्यवस्था नहीं हो पाने की वजह से आरोपी उसे मरा समझ कर भाग निकले। इधर धमकी भरा फोन आने पर राहुल की मॉ ने अपने भाई अनुपमदास को इसकी जानकारी दी। अनुपमदास दिखावा करते हुए बहन को लेकर थाने पहुंचा। ओर काफी देर तक बहन के साथ ही रहा। वहीं थोड़ी देर बाद उसका साथी हंसराज भी थाने आ गया ओर वो भी अनुपमदास के साथ ही रहा। उन्हे उम्मीद थी की राहुल मर चुका है। इसी बीच रात में राहुल को होश आया तो उसने हंसराज का नाम बताया। इसके बाद पुलिस ने हंसराज को हिरासत मे लेकर पुलिसिया अंदाज मे पूछताछ की तो उसने राहुल के मामा अनुपमदास का सारा राजफाश कर दिया। अधिकारियो ने आगे बताया की फिरौती मिलने के बाद आरोपी मामा अनुपम दास ने हंसराज और आदित्य को राहुल की हत्या के बाद शहर छोड़कर भाग जाने को कहा था। लेकिन पुलिस ने उन्हे भागने के पहले ही दबोच लिया।

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