ठाकुरद्वारा। काशीराम कालौनी में एक दिवसीय आनंद , शांति पर्व द्वारा सत्संग का आयोजन किया गया। जिसमें प्रचारक कुमार विनय ने कहा कि मानव सेवा से बढ़कर ना कोई धर्म है और नहीं कोई कर्म । अलग-अलग धर्मो में बटे लोगो को एक करना उनका उद्देश्य ह्रै I
आज देश में लोग हिंदू , सिख, ईसाई ,मुस्लिम आपस में लड़ रहे है। जो गलत है । मनुव्य को अपनी भावनाओ को जागृत करना होगा । धर्म की आड़ में वैमनस्यता बढ़ रही है । धर्म का प्रलोभन देने वालों से दूर रहना होगा उनका सामाजिक बहिष्कार करना होगा I जब यह भावना सभी के अंदर जागृत होगी तभी लोग धर्म के नाम पर नहीं लड़ेंगे ।
उन्होने कहा कि अपने अंदर के इंसान को जागना होगा तो कभी भी हिंदू मुस्लिम की लड़ाई नही होगी। सभी एक दूसरे साथ मिलजुल रहने से प्रेम और भाईचारा भी बढ़ता है। जब देश में भाईचारा और आपसी प्रेम बढ़ता है । धर्म के साथ साथ कर्म को मानना होगा I राजनीतिक पार्टियां धर्म के नाम पर जनता को आपस में लड़ा कर अपनी तिजोरी या भरने में कामयाब है । कभी सोचा है कि राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के पास दौलत कहां से आती है । यह एक सोचनीय प्रश्नन है I नेता हाथ खड़े कर लेना जानता है देना नहीं । जिस दिन जनता यह समझ जाएगी उस दिन किसी भी धर्म जाति के लोग आपस में नहीं झगड़ा करेगें I