बूंदी । राजस्थान के बूंदी जिले में नाबालिग को उसी की मां द्वारा बेचने का मामला सामने आया है। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष सीमा पोद्दार ने बताया कि पीड़िता की मां अब नागपुर पुलिस की हिरासत में है। उन्होंने बताया कि दबलाना थाना में गुमशुदा केस में दर्ज रिपोर्ट के आधार पर पुलिस द्वारा दस्तयाब कर नाबालिग को बाल कल्याण समिति के समक्ष 25 सितंबर 2021 को पेश किया गया था। बाल कल्याण समिति द्वारा गहन पूछताछ के बाद बालिका की मौसी को उसे सौंप दिया गया। नाबालिग की मौसी ने ही गुमशुदगी की रिपोर्ट करवाई गई थी। मां और 2 गवाह के साथ पाबंद करके बालिका को उसके सुपुर्द कर दिया गया। इसके साथ ही मांडलगढ़ थाने में प्रतिदिन उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए कहा गया। उन्होंने बताया कि नाबालिग अपनी मां के साथ एक बार फिर विश्वास करके चली गई। बालिका को मां ने फिर विवाह के नाम पर बेचने का प्रयास किया। इससे पहले बालिका को तीन बार मां बेच चुकी थी। बालिका अपनी दादी की मदद से अपने चार साल के भाई को लेकर नागपुर पहुंच चुकी थी। लकड़गंज नागपुर पुलिस थाने में पहुंचकर बालिका ने अपनी संपूर्ण कहानी बताई। उसने बताया कि दो दलाल और उसकी मां ने मिलकर 20 लाख रुपए में पहली बार बेचा। दोबारा फिर 10 लाख रुपए में उसे बेचा गया। नाबालिग का कहना है कि छोटे भाई के साथ भी उसकी मां मारपीट किया करती थी। नागपुर पुलिस ने बाल कल्याण समिति के साथ मिलकर गंभीरता से बच्ची के पक्ष में विचार विमर्श कर विभिन्न धाराओं पर मामला दर्ज किया। 11 लोगों की टीम ने मां को गिरफ्तार कर लिया। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष ने बताया कि नागपुर पुलिस द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेज उपलब्ध करवाए गए है और बूंदी में उन्हें पूरा सहयोग किया गया। इस तरह नाबालिग बालिकाओं पर हो रहे अत्याचारों को रोका जाना बहुत आवश्यक है। यह समाज का बहुत ही गंभीर विषय है। इस पर प्रत्येक व्यक्ति को विचार कर निर्णायक स्थिति में पहुंचना चाहिए।