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महल सिंह हत्याकांड में पुलिस ने एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया

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– स्टोन क्रेशर में पार्टनरशिप को लेकर था विवाद
-30 कैलीवर की अवैध पिस्टल व कारतूस बरामद, दो शूटरों समेत चार की तलाश
फोटो-1 घटना का खुलासा करते डीआईजी
काशीपुर। स्टोन क्रेशर स्वामी महल सिंह हत्याकांड में पुलिस ने एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया है। पुलिस दो शूटरों समेत चार वांछित अपराधियों की तलाश कर रही है। गिरफ्तार अभियुक्तों से पुलिस ने 30 कैलीवर की अवैध पिस्टल एवं आठ जिंदा व दो खोखा कारतूस बरामद किये हैं।  
ग्राम जुड़का निवासी पूर्व ग्राम प्रधान और क्रेशर कारोबारी 65 वर्षीय महल सिंह की बीती 13 अक्तूबर को उनके घर के भीतर घुसकर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। वारदात के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए थे। महल सिंह के भतीजे कर्मपाल सिंह ने कनाडा में रह रहे गुलजारपुर निवासी हरजिंदर सिंह उर्फ काला पर हत्या का शक जताया था।
आज काशीपुर पहंुचे डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि इस मामले में मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीमों द्वारा एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। डीआईजी ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि महल हत्याकांड में शामिल प्रभजोत सिंह पन्नू उर्फ प्रभजीत सिंह पुत्र हरजाब सिंह जोकि गुलजारपुर का रहने वाला है, एकता स्टोन क्रेशर की तरफ बंजारी गेट के पास जंगल में छुपकर पुलिस के डर से कहीं भागने की फिराक में है। सूचना पर सक्रिय हुई पुलिस टीम ने सोमवार रात करीब ढाई बजे मौके पर पहंुचकर पन्नू को रोकने के लिए इशारा किया तो उसने जान से मारने की नीयत से पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया। किन्तु अथक प्रयास के बीच टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास 30 कैलीवर की अवैध पिस्टल एवं आठ जिंदा व दो खोखा कारतूस बरामद किये गये हैं। डीआईजी भरणे ने बताया कि पन्नू ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 2015 से 2020 तक वह एकता स्टोन क्रेशर में बतौर मुंशी कार्य करता था। क्रेशर में महल सिंह, सुखवंत सिंह व उसका भाई हरजीत उर्फ काले और जगप्रीत सिंह पार्टनर थे। करीब दो वर्ष से हरजीत, महल व सुखवंत के बीच पार्टनरशिप को लेकर विवाद रहने लगा। हरजीत क्रेशर में जबरन हिस्सेदारी चाहता था लेकिन महल सिंह उसके दबाव में नहंी आ रहा था जिसके चलते महल सिंह से हरजीत रंजिश रखने लगा। पन्नू ने बताया कि वह और हरजीत भी स्टोन क्रेशर लगाना चाहते थे, लेकिन महल सिंह इसका विरोध कर रहा था। पंचायत में विवाद सुलझने के बावजूद हरजीत संतुष्ट नहीं हुआ और रंजिश बढ़ गई। पन्नू ने बताया कि हरजीत सिंह द्वारा सिग्नल एप के माध्यम से महल सिंह की हत्या करने के लिए अपने पास कारतूस व वैपन दिये तथा शूटरों की व्यवस्था रखने को कहा। हरजीत के कहने पर मैंने अपने गैगस्टर दोस्त को व्हाटस एप के माध्यम से महल सिंह व उसके पुत्र की फोटो भेजी थी। 12 अक्टूबर को मुझे सिग्नल एप के माध्यम से उक्त शूटरों के लिए मोटर साइकिल की व्यवस्था करने के लिए बताया। इस काम में महिला रजविंदर कौर व सेवी से सम्पर्क में रहने के लिए बताया गया। चूंकि मैं हरजीत सिंह के साथ मिलकर स्टोन क्रेशर लगाना चाहता था जिसमें महल सिंह अड़ंगा डाल रहा था इसलिये मैने हरजीत के बताये प्लान के तहत काम किया। चूंकि क्रेशर के माध्यम से सेवी व रजविंदर कौर को भी आर्थिक फायदा रहता इसलिए वह भी इस प्लान में शामिल थे। 12 अक्टूबर को सिग्नल ऐप के माध्यम से हरजीत उर्फ काले ने अपने गैगस्टर साथी के साथ मोबाइल से बात करायी और बताया कि रात्रि 9 बजे तक शूटर काशीपुर पहंुच जायेंगे। मैं लगातार हरजीत सिंह उर्फ काले तथा कनाडा में बैठे दूसरे गैंगस्टर साथी के सम्पर्क में था। करीब 9 बजे रात्रि दोनों शूटरों को रेलवे स्टेशन काशीपुर से अपने दोस्त की बोलेरो से चीमा चौराहा होते हुए हरजीत सिंह उर्फ काले के घर ले गया। जहां रजिवंदर कौर व सेवी ने दोनों शूटरों के खाने-पीने की व्यवस्था की तथा मैंने दिन में खरीदी हुई मोटरसाइकिल शूटरों को देने के लिए सुखदेव सिंह उर्फ सेवी के सुुपुर्द की तथा 13 अक्टूबर को दोनों शूटरों के द्वारा प्लान के मुताबिक प्रातः 4 बजे उठकर मैं अपने दोस्तों के साथ केदारनाथ निकल गया और जंगल के रास्ते शूटरों को मृतक महल सिंह के घर पर ले जाकर पूरे रास्तों की रैकी करवायी। बाद में शूटरों ने महल सिंह की हत्या कर दी। डीआईजी ने बताया कि पुलिस रजिन्दर कौर व सुखदेव सिंह उर्फ सेवी को भी गिरफ्तार कर लिया है। डीआईजी के अनुसार वांछित अभियुक्त हरजीत सिंह उर्फ काले के कारोबार समेत अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां एकत्र की जा रही हैं। जानकारी मिली है कि हरजीत का रूद्रपुर का कोई साथी आर्थिक कार्यो को स्थानीय स्तर पर देखता है। इस घटना में उसकी भूमिका की भी जांच की जा रही है। वहीं फरार दोनों शूटरों की गिरफ्तारी हेतू पुलिस टीमें दूसरे राज्यों में भेजी जा चुकी हैं। जल्द उनकी गिरफ्तारी की जायेगी। उन्होंने बताया कि इस घटना में इंटरनेशनल गिरोह के शामिल होने की भी जांच की जा रही है। इस मामले में हरजीत का पुत्र तनवीर सिंह भी वांछित अभियुक्त है। खुलासे के दौरान एसएसपी मंजूनाथ टीसी, एसपी चन्द्र मोहन सिंह, सीओ वंदना वर्मा भी मौजूद रहे। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में कोतवाली प्रभारी काशीपुर मनोज रतूड़ी, एसएसआई प्रदीप मिश्रा, एस आई अशोक कांडपाल, धीरेन्द्र सिंह परिहार, सुरेन्द्र सिंह, नवीन बुधानी, दीपक जोशी, कुलदीप पंत, संतोष देवरानी, मनोज जोशी, कांस्टेबल मुकेश कुमार, कुलदीप कुमार, गजेन्द्र गिरी, दीवान गिरी, त्रिभुवन सिंह, प्रेम कनवाल, सुरेन्द्र सिंह व महिला कांस्टेबल रिचा तिवारी तथा एसओजी रूद्रपुर/काशीपुर टीम में निरीक्षक विजेन्द्र शाह, उपनिरीक्षक विकास चौधरी, ललित विष्ट, कांस्टेबल कैलाश तोमक्याल, विनय यादव, प्रदीप कुमार, कुलदीप सिंह, दीवान बोरा, दीपक कठैत, राजेश भट्ट व भूपेन्द्र सिंह थें इनके अलावा अन्य गठित पुलिस टीम में निरीक्षक नरेश चौहान, विक्रम राठौर, एसओ रविन्द्र सिंह विष्ट, कमलेश भट्ट व उपनिरीक्षक दीपक कौशिक एवं अरविंद गिरी थे। उधर महल हत्याकांड में अथक प्रयास से महिला समेत तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को डीआईजी ने अपनी ओर से 50 हजार रूपये का ईनाम देने की घोषणा की है। वहीं डीआईजी ने बताया कि महल हत्याकांड के वांछित अभियुक्तों पर गैंगस्टर लगायी जायेगी। जरूरत पड़ी तो उनकी सम्पत्ति पर बुलडोजर चलाया जायेगा।

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