काशीपुर। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के जहर भरे शब्दों ने उन असंख्य बलिदानियों का घोर अपमान किया है जिन्होंने हिन्दू धर्म की रक्षार्थ अपने प्राणों की आहुतियां दीं। प्रेस को जारी एक बयान में उक्त बात धर्मयात्रा महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री केके अग्रवाल ने कही।
उन्होंने कहा महबूबा का यह कथन कि ‘औरंगजेब महान था’ अत्यंत पीड़ा दायक, शर्मनाक, निन्दनीय होने के साथ साथ महबूबा की औछी मानसिकता का परिचायक है। वह कौन से औरंगजेब को महान बताना चाहती हैं जो प्रतिदिन सवा मन जनेऊ जलाकर उससे पानी गरम करवाकर नहाता था या वह औरंगजेब जिसके कारण गुरू गोविन्द सिंह जी महराज के दो नौनिहालों ‘जौराबर सिंह और फतेह सिंह’ ने अपने हिन्दू धर्म को न त्यागने पर अड़ा रहना पसन्द किया और जिनको उस सनकी औरंगजेब ने जिन्दा ही दीवारों में चिनवा दिया या उस तानाशाह जल्लाद औरंगजेब को जिसके कारण सिक्ख गुरू श्री तेगबहादुर जी महाराज को अपना शीष धर्म के नाम पर कुरबान करना पड़ा या उस औरंगजेब को जिसने हिन्दुस्थान में हजारों हिन्दू मन्दिरों को तोड़कर मज्जिदें बनवाईं। एक नहीं अनेकों घटनायें हैं उस क्रूर शासक की जो याद आते ही हिन्दुओं का खून खोलने लगता है। हम महबूबा मुफ्ती को आगाह करना चाहते हैं कि ऐसा कोई भी बयान देने से बाज आवें जिससे शान्ती प्रिय हिन्दू समाज के मन में उबाल पैदा हो और देश में शान्ती तथा सौहार्दता का वातावरण बिगड़े। धर्मयात्रा महासंघ बहुत शीघ्र महबूबा के द्वारा दिये गये राष्ट्रविरोधी बयान के विरु( उचित प्रतिकार स्वरूप उग्र प्रदर्शन कर सकती है।