चंबा। मधुमक्खियोों के हमले से खुद को बचाने की कोशिश में भागी मां बेटी को खाई में गिरने से जान से हाथ धोना पड़ा। मामला हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले का है। सुबह भदड़ोता के पास पहाड़ी पर घास काटते समय मां और बेटी पर रंगड़ों ने हमला कर दिया। दोनों खुद को बचाने के लिए भागने लगीं। भागते हुए बेटी का नियंत्रण बिगड़ गया, बेटी को बचाने के लिए मां ने पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन उसे पकड़ नहीं पाई और दोनों 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरीं। हादसे में दोनों की मौत हो गई है।
दोनों की पहचान तृप्ता (32) पत्नी मान सिंह गांव भदड़ोता डाकघर भड़ेला और ईशा पुत्री मान सिंह निवासी गांव खड़कियाला के रूप में हुई है। उनके साथ घास काट रहे अन्य लोगों ने दोनों को खाई से बाहर निकाला। तृप्ता की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। जबकि ईशा को इलाज के लिए सिविल अस्पताल किहार पहुंचाया गया, जहां पर इलाज से पूर्व ही उसने दम तोड़ दिया। पुलिस की टीम भी घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मां, बेटी के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल तीसा पहुंचाया। तहसीलदार पवन ठाकुर ने बताया कि प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार को तीस हजार की फौरी राहत प्रदान की गई है। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।