काशीपुर। हरियाणा के करनाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विरोध करने पर किसानों पर हुए लाठीचार्ज के प्रति अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य डा. दीपिका गुड़िया आत्रेय ने खट्टर सरकार पर किसानों के खिलाफ जनरल डायर जैसा व्यवहार करने का आरोप लगाया है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को करनाल के घरौंडा के टोल पर किसानों ने मुख्यमंत्री खट्टर के एक कार्यक्रम के विरोध में प्रदर्शन किया था, जिसमें पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। इस लाठीचार्ज में कई किसानों को काफी चोटें भी आईं। उत्तराखंड पीसीसी सदस्य ने लाठीचार्ज पर खट्टर सरकार को घेरते हुए कहा कि पहले पीएम मोदी और सीएम खट्टर की सरकारों ने तीन काले कानूनों से खेती का खून किया और अब भाजपा-जजपा सरकार किसानों का खून बहा रही है। उन्होंने कहा कि ”भाजपा-जजपा की कायर सरकार ने करनाल में अन्नदाता किसान पर बेरहमी और बर्बरतापूर्ण लाठी चार्ज कर एक बार फिर जनरल डायर की याद दिला दी। शांतिप्रिय तरीके से विरोध कर रहे किसानों को जानवरों की तरह दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। दर्जनों लहुलुहान हो गए और सैकड़ों को चोटें आईं। दीपिका गुड़िया ने कहा कि करनाल में ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सार्वजनिक वीडियो से यह साफ है कि मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से किसानों के सिरों पर लाठियां बरसाकर कातिलाना हमला करने का आदेश दिया था। किसान, जो खेत को खून पसीने से सींचकर देश की भूख मिटाता है, उसे बेरहमी और बर्बरता से पीटकर लहूलुहान कर दिया गया। इसके पीछे की वजह यह है कि तीन काले कानूनों के माध्यम से बीजेपी-जजपा खेती को चंद पूंजीपतियों की दासी बनाना चाहती है और किसान की अगली फसल और अगली नस्ल को उन पूंजीपतियों का गुलाम। लेकिन किसान को सत्ता और जुल्म न कभी झुका पाए हैं और न ही कभी झुका पाएंगे।