ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद )भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव बिजना मे स्थित एक ग्रामीण बैंक से लाखों रुपये की हेराफेरी का मामला सामने आया है. दर्जनों ग्राहकों के खातों से लगभग 25-30 लाख रुपए से भी अधिक राशि को फर्जीवाड़ा कर निकाल लिया गया है।अब जानकारी होने पर अपने खून पसीने की कमाई के लुट जाने से ग्रामीण परेशान हैं. ग्रामीणों ने बैंक मेनेजर से इसकी शिकायत की तो बैंक मैनेजर ने बैंक मित्र के ऊपर धांधली का आरोप लगाते हुए अपनी ज़िम्मेदारी से पलड़ा झाड़ लिया।ग्रामीणों की शिकायत पर शाखा प्रबंधक की तरफ़ से अब तक कोई कार्यवाही नही हुई है। इस मामले को लेकर एक ग्रामीण बैंक के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर कार्यवाही की मांग की गई है।
अपने खून पसीने की कमाई से एक एक पाई जुटाकर बैंक में पैसे जमा करने वाले ग्रामीण आज अपने ही पैसे के लिए धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. मामला है भोजपुर थाना क्षेत्र के बिजना का,है जहां लोगो के पैसे सरकड़ा ताजपुर स्थित प्रथमा ग्रामीणों बैंक में भी सुरक्षित नहीं हैं. मेहनत,मजदूरी कर अपने बच्चों की पढ़ाई, शादी व मकान बनाने के लिए जुटाए गए पैसे बैंक खातों से गायब हो रहे हैं, जिसे लेकर बार बार शिकायत किए जाने के बाद भी बैंक प्रबंधन ये नही बता रहा की खाताधारकों के पैसे कहां जा रहे हैं प्रथमा के 60 70 ग्रामीणों के खातों से खाताधारकों के बिना जानकारी के लगभग लाखो रुपए निकल चुके है इस मामले में बैंक प्रबंधन कुछ भी बोलने से बचता नजर आ रहा है. वहीं ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन कर मामले में बैंक प्रबंधन से कार्रवाई करते हुए ग्रामीणों का पैसा वापस दिलाने की अपील की है.पीड़ित टीकाराम ने बताया कि उनके खाते से 1 लाख 14 हज़ार रुपये निकाल लिए गए हैं जो उनकी जमा पूंजी थी और बुढ़ापे का सहारा थी,वहीँ राहुल नामक युवक के अनुसार उसके व उसके परिवार के दो अन्य सदस्यों के खाते से 68 हज़ार रुपये निकाल लिए गए है राहुल ने बताया कि उनसे बैंक प्रोसीज़र बताकर कुछ कागज़ों पर अँगूठे लगवाए गए थे लेकिन उन्हें क्या मालूम थी कि उनकी मेहनत की कमाई पर डांका डाला जा रहा है।
फ़िलहाल सारे मामले में बैंक के अधिकारी बैंक मित्र पर धांधली का आरोप लगा रहे है।लेकिन बड़ा सवाल यह है कि यदि अजय प्रताप की ग्रामीणों का गुनहगार है तो फिर बैंक प्रबंधक उसपर कार्यवाही करने से क्यो क़तरा रहे हैं