रुद्रपुर। खटीमा की सुरई वन रेंज में बाघ के साथ हुए संघर्ष में गुलदार (मादा) की मौत हो गई। गुलदार की मौत के बाद हमलावर बाघ शव के आसपास मंडराते रहे। वन विभाग की टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टर्माटम कराया। इसके बाद गुलदार के शव को नष्ट कर दिया। रेंजर सुरई सुधीर कुमार ने बताया वन विभाग की टीम शुक्रवार को सुरई रेंज में गश्त पर थी। टीम को रेंज के कंपार्टमेंट नंबर-46 में एक गुलदार का शव दिखाई दिया। शव के पास ही दो बाघ भी दिखाई दिए। गश्ती दल ने इसकी सूचना वन विभाग के उच्चाधिकारियों को दी। इसके बाद एसडीओ शिवराज चंद, डिप्टी रेंजर सुखदेव मुनी, सतीश रेखाड़ी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। रेंजर ने बताया कि कई घंटे तक दोनों बाघ मादा गुलदार के शव के पास ही मंडराते रहे। काफी देर बाद टीम के प्रयास के बाद गुलदार के शव को कब्जे में लिया जा सका। गुलदार की उम्र करीब 7 से 8 वर्ष व लंबाई 2 मीटर थी। गुलदार के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई। पोर्स्टमार्टम पशु चिकित्साधिकारी जेपी यादव और संजीव शर्मा की टीम ने किया। इसके बाद शव को नष्ट कर दिया गया। रेंजर ने आम जनता से जंगल में अकेले न जाने की अपील की है। वन्य जीव संघर्ष में गुलदार की मौत की सूचना उच्चाधिकारियों को दे दी गई है।