भोपाल। शनि वक्री रहते हुए एक राशि पीछे की ओर तेरह जुलाई को आएगा। यानी फिर से मकर राशि में प्रवेश कर जाएगा। जिससे कई लोगों पर साढ़ेसाती और ढैय्यया शुरु होगी। वहीं, कुछ लोगों को इससे राहत मिलेगी। अब पूरे साल शनि मकरराशि में ही रहेगा। इसके बाद 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। पं. रामसजीवन दुबे गुरुजी के मुताबिक मकर में शनि के आने से धनु राशि वालों पर फिर से साढ़े साती शुरु हो जाएगी और मीन राशि वालों को इससे रहात मिलेगी। धनु राशि वालों पर साढ़े साती का आखिरी चरण है यानी पूरे साल शनि का शुभ पुल मिलेगा। वहीं मकर और कुंभ राशि वालों पर भी शनि की साढ़ेसाती रहेगी। इन दोनों राशियों के लोगों को नौकरी, बिजनेस और सेहत को लेकर सावधान रहना होगा। पं. रामसजीवन दुबे गुरुजी के मुताबिक वर्तमान में कर्क और वृश्चिक राशि वाले लोगों पर शनि की ढैय्या चल रही है। शनि के मकर राशि में आते ही मिथुन और तुला राशि वालों पर शनि की ढैय्या शुरु हो जाएगी। यानी मिथुन राशि के लिए गोचर कुंडली में शनि अष्टम भाव में आ जाएगा और तुला राशि वालों पर शनि की टेढ़ी नजर रहेगी। इस वजह से इन दो राशियों के लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मकर राशि में शनि के आ जाने से कर्क राशि वालों पर शनि की सीधी दृष्टि रहेगी। हालांकि इससे कर्क राशि वालों के लिए समय मिला-जुला रहेगा, लेकिन तुला राशि पर शनि की टेढ़ी नजर होने से इस राशि के लोगों के कामकाज में रुकावटें आ सकती हैं। धन हानि और दौड़-भाग के भ्ज्ञी योग बनेंगे। मेहनत भी ज्यादा होगी। वहीं मीन राशि वालों पर शनि की तीसरी दृष्टि भी रहेगी, लेकिन इसका कोई खास अशुभ प्रभाव नहीं होगा। पं. रामसजीवन दुबे गुरुजी बताते हैं कि शनि के राशि बदलने से कई लोग इसके शुभ-अशुभ असर से प्रभावित होंगे। शनि के राशि परिवर्तन का असर खासतौर से धनु, मकर, कुंभ, मीन, मिथुन, कर्क और तुला राशि वालों पर पड़ेगा। शनि के कारण इन सात राशि वालों के जीवन में बड़े बदलाव होने की संभावना है। इनके अलावा शनि देव अन्य पाँच राशियों को भी किसी न किसी तरह प्रभावित करेंगे।