भोपाल। राजधानी के छोला मंदिर थाना इलाके मे रहने वाले प्रेमी युगल द्वारा फांसी लगाकर खुदकुशी किये जाने का मामला सामने आया है। बताया गया है कि पहले लड़की
ने आत्महत्या की जिसकी खबर मिलने पर प्रेमी ने भी सुसाइड कर लिया। हालांकि दोनों के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। वहीं पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि प्रेम
प्रसंग में नाकाम होने के बाद दोनों ने यह आत्मघाती कदम उठाया है। थाना पुलिस ने बताया कि साक्षी साहू पिता रामदयाल साहू (21) गरीब नगर चांदबाड़ी में रहती थी। वह पढ़ाई
छोडने के बाद घर में रहकर घरेलू कामकाज संभालती थी। साक्षी के घर के पास ही सुंदर नगर में दीपक विश्वकर्मा पिता स्वर्गीय लक्ष्मीनारायण विश्वकर्मा (21) रहता था, जो वेल्डिंग
का काम करता था। साक्षी के परिवार वालो ने पुलिस को बताया कि बीती रात करीब 8 बजे उन्होंने साक्षी का शव फांसी के फंदे पर झूलते देखा था। हादसे की सूचना मिलने पर पहुंची
पुलिस ने शुरुआती पडताल के बाद साक्षी का शव पीएम के लिए लिए भेज दिया। घटनास्थल से पुलिस को कोई सुसाइड नोट या अन्य सुराग नहीं मिल सका। प्राथमिक पूछताछ में सामने
आया था कि साक्षी साहू की दोस्ती सुंदर नगर में रहने वाले दीपक विश्वकर्मा से है। वहीं साक्षी और दीपक विश्वकर्मा के प्रेम प्रसंग के बारे में साक्षी और दीपक के परिजन को भनक लग
चुकी थी। दीपक के मामा जितेंद्र विश्वकर्मा ने पुलिस को बताया कि दीपक के पिता का निधन हो चुका है। दीपक वेल्डिंग का काम करता था। दीपक के परिवार में छोटा भाई और मां है।
दोनों को दीपक और साक्षी के प्रेम प्रसंग के बारे में जानकारी दी थी। रात 8 बजे साक्षी द्वारा आत्महत्या की खबर मिलते ही दीपक काफी दुखी हो गया था। ओर साक्षी की आत्महत्या की
जानकारी लगते ही दीपक का व्यवहार बदल गया था। दीपक की हालत देख उन्होने उसे अपने घर बुला लिया था। दीपक और उनका घर आमने-सामने हैं। दीपक ने रात 11 बजे के
आसपास मामा के घर खाना खाया। मामा रात 12 बजे तक दीपक पर नजर रखे हुए थे। इसके बाद उनकी नींद लग गई। देर रात करीब एक बजे जितेंद्र की नींद खुली तो उसे दीपक कमरे
में नजर नहीं आया। देखने पर पता चला कि उसने मकान के हाल में फांसी लगा ली थी। बताया जा रहा है कि साक्षी साहू समाज की थी, जबकि दीपक विश्वकर्मा था। दोनों में अटूट प्रेम
था, लेकिन अलग-अलग समाज के होने के कारण वह शादी नहीं कर पा रहे थे। दोनों के परिजनों को भी इसी बात से आपत्ति थी। इसी बात को लेकर दोनों दुखी थे। पुलिस का कहना है
कि दोनों ही परिवारो के परिवार वालो के शोकाकुल होने के चलते उनके बयान दर्ज नहीं किये जा सके है। उनके ब्यानो के बाद ही सामने आ सकेगा कि दोनों के परिवार वालो के दीपक
और साक्षी को लेकर क्या विचार थे।