प्राइवेट में ज्यादा संभावनाएँः मूंगफली बेचने वाले बने अरबपति

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-प्रतिभाशाली सरकारी की बजाए निजी क्षेत्र को देते हैं प्राथमिकता
-यूपी के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने रोजगार मेले का किया शुभारंभ


मेरठ । मेरठ पहुंचे यूपी सरकार के श्रम सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक प्राइवेट विश्वविद्यालय में रोजगार मेले का शुभारम्भ करते हुए कहा कि निजी क्षेत्र में मेहनत के हिसाब से आगे बढ़ने का मौका मिलता है। यहां मूंगफली बेचने वाला भी अरबपति बन गया। उन्होंने कहा कि जो कल तक सड़क की जिंदगी जी रहा था वो आज अरबों में खेल रहा है। हालांकि बाद में जब स्वामी प्रसाद मौर्य से पत्रकारों ने पूछा कि कोई ऐसा उदाहरण बताएं जहां मूंगफली बेचने वाला अरबपति बन गया तो मंत्री जी ने कहा गूगल देखिए मालूम हो जाएगा।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकारी क्षेत्रों में पद बहुत सीमित होते हैं। सरकारी पदों के सापेक्ष पढ़े लिखे नौजवानों की एक लंबी फौज है। चाहकर सभी को सरकारी पदों के सापेक्ष समाजोयित नहीं किया जा सकता। लेकिन निजी क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि आज जो भी प्रतिभाशाली युवक है सरकारी क्षेत्र की बजाए निजी क्षेत्र को प्राथमिकता ज्यादा देता है। क्योंकि निजी क्षेत्र में प्रतिभा के अनुसार आगे बढ़ने का मौका मिलता है। आप जितनी मेहनत करेंगे आपका परफॉरमेंस जितना बेहतर होगा उसके मुताबिक गुणात्मक ढंग से आपके वेतन की वृद्धि होती है। लेकिन सरकारी क्षेत्र में एक तो सीमित पद है और वहां की बंधी हुई तनख्वाह है। आप कितना भी हार्ड वर्क करोगे मिलेगा आपको उतना ही, लेकिन निजी क्षेत्र में आज जितना हार्ड वर्क करोगे आपको आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि तमाम ऐसे लोगो का जीवन परिचय अगर देखे तो कभी सामान्य व्यवसाय से जुड़े थे। मूंगफली बेचने वाला भी अरबति बन गया। छोटे काम करने वाली इंड्रस्टलिस्ट हो गए। जो कल तक सड़क पर जिन्दगी जा रहा था वो अरबों में खेल रहा है।  स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, बीजेपी सरकार में वीआइपी तरीके से श्रमिकों की बेटियों की शादियां होती हैं। गंगानगर स्थित आइआइएमटी विश्वविद्यालय के सभागार में मंत्री ने कहा.पिछली सरकारों में 2009 से 2017 तक श्रमिकों के केवल 22 लाख पंजीयन हुए थे लेकिन बीजेपी सरकार में यह आंकड़ा 1.22 करोड़ के पार पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने जितनी सुविधाएं श्रमिकों के परिवारों को दी हैं, उतनी उसके पहले की सरकारों में सब मिलाकर भी नहीं दी गई। मौजूदा समय में एक गरीब श्रमिक की बेटी की शादी भी वीआइपी तरीके से सामूहिक विवाह के तहत होती है। अयोध्या, गाजियाबाद व लखनऊ में श्रमिकों की बेटियों के सामूहिक विवाह हुए। जिसमें मुख्यमंत्री से लेकर अन्य विभागों के मंत्री व विधायकगण शामिल हुए। मंत्री आइआइएमटी विवि में आयोजित दो दिवसीय वृहद रोजगार मेले में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। मंत्री उस वक्त थोड़ा असहज हो गए जब पत्रकारों से बातचीत के दौरान एक दिव्यांग नौकरी न मिलने कि बात कहने लगा। हालांकि मंत्री ने कहा कि उसे उसकी प्रतिभा के अनुसार नौकरी जरुर मिलेगी।

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