पटना। पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार 31 जुलाई को प्रसारित कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा था कि ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ एक जनांदोलन के रूप में बदल रहा है। इसके साथ ही उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि 2 से 15 अगस्त के बीच अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की प्रोफाइल पिक्चर के रूप में ‘तिरंगे’ की तस्वीर लगाएं। पीएम मोदी ने स्वयं अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की प्रोफाइल पिक्चर बदल कर राष्ट्र ध्वज तिरंगे की तस्वीर लगा दी है। इसके बाद गृहमंत्री अमित शाह ने भी अपनी प्रोफाइल में तिरंगे की फोटो लगाई। इसी क्रम में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी पीएम मोदी के इस आह्वान पर अमल करते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट की प्रोफाइल पिक्चर में राष्ट्र ध्वज तिरंगे की तस्वीर लगाई।
पीएम मोदी ने यह आह्वान देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर हर घर तिरंगा योजना के तहत किया गया है। इसमें हर नागरिक को अपने घर पर 13 अगस्त से 15 अगस्त तक तिरंगा लगाने की अपील की गई है। मगर सियासत के जानकारों की नजर में जीतन राम मांझी द्वारा पीएम मोदी के इस आह्वान का समर्थन का मतलब कुछ खास है। दरअसल, हाल के दिनों में जिस तरह से बिहार की सियासत में अंदरुनी हलचल की बात होने लगी है, ऐसे में मांझी पीएम मोदी के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। इससे पहले सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर ईडी द्वारा पूछताछ को भी मांझी ने सही ठहराया था और पीएम मोदी की तारीफ भी की थी।
हाल में ही जब प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछताछ पर एक प्रेस कांफ्रेस में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाए तो मांझी ने ट्वीट कर जवाब देते हुए कहा था कि देश के जनता ने नरेन्द्र मोदी को इसीलिए चुना है ताकि भ्रष्टाचारियों में भय और आतंक कायम हो। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई को जीतन राम मांझी ने उसे उचित ठहराते हुए अपने ट्वीट में लिखा, भ्रष्टाचरियों में भय और आतंक हो इसी काम के लिए तो देश की जनता ने नरेन्द्र मोदी को चुना है। जय हिंद! अपने ट्वीट में मांझी ने पीएम नरेन्द्र मोदी को भी टैग किया था।