नई दिल्ली । प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर 2022 में भारत में 5जी सेवाओं का उद्घाटन किया। उस समय आम आदमी के लिए उन्होंने 5जी की धारणा पर जोर देते हुए कहा था कि यह विविध सामाजिक-आर्थिक क्षेत्र में नवाचारों को सक्षम करके आम आदमी के जीवन को बदल सकता है। इसे साकार करने के लिए मार्च 2023 में पीएम मोदी ने 100 5जी लेब्स की स्थापना पर जोर दिया है। पीएम मोदी की घोषणा अब हकीकत बन गई है, जहां 100 संस्थानों को 5जी लैब के पुरस्कार के लिए चुना गया है, जिसमें कॉम्पैक्ट 5जी नेटवर्क और ड्रोन, एआरवीआर हेड सेट, स्टार्ट अप केस्टिंग किट जैसे उपयोगी उपकरण शामिल हैं, जो शिक्षा, स्वास्थ्य से संबंधित केस अनुप्रयोगों को विकसित करने के लिए हैं। 100 नई 5जी प्रयोगशालाएं परीक्षण सह अध्ययन केंद्र के रूप में काम करेंगी, जो छात्रों और स्टार्टअप जैसे स्थानीय नवोन्वेषकों को कौशल प्रदान करेंगी और भारत की आम आदमी की जरूरतों के अनुसार नए रेंज के अनुप्रयोगों को विकसित करने में सहायता करेंगी, जिससे भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में आगे बढ़ सकेगा।
पीएम मोदी की मौजूदगी में आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, ओडिशा, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, यूपी, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल में 5जी लैब को पुरस्कार दिए जा रहे हैं। इन लैब के साथ भारत 5जी और 6जी तकनीक की मदद से विकास और तैनाती में अग्रणी होगा। गौरतलब है कि कि 27 अक्टूबर को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस के 7वें संस्करण के दौरान देशभर के चुनिंदा संस्थानों में 100 नई 5ळ लैब का उद्घाटन किया है। जिसका उद्देश्य प्रमुख अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के डेवलपर, निर्माता और निर्यातक के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करना है।
यह तीन दिवसीय कार्यक्रम नई दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम में हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत 6जी में नेतृत्व करेगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में तेजी से बदलती दुनिया के समय में आयोजित यह कार्यक्रम करोड़ों लोगों का भविष्य बदलने की क्षमता रखता है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में सबसे तेज 5ळ मोबाइल टेलीफोनी रोल-आउट देखा गयाय रोल-आउट के एक वर्ष के भीतर 4 लाख 5ळ बेस स्टेशन स्थापित किए गए। मोबाइल ब्रॉडबैंड स्पीड में भारत पिछले 118वें स्थान से 43वें स्थान पर पहुंच गया है।